दादा-दादी को जेल कराने के लिए 6 साल ke मासूम को दी दर्दनाक मौत… शौचालय में छुपा कर मुंह को चिपकाया था फेवीक्विक से… पढ़ें- कातिल का कबूलनामा…
इम्पैक्ट डेस्क.
देवरिया जनपद में एक युवक ने खौफनाक वारदात को अंजाम दिया है। दादा-दादी को फंसाने के लिए उसने ऐसी साजिश रची, जिसका पर्दाफाश होने पर लोग सन्न रह गए। दादा-दादी उसे पबजी खेलने से मना करते थे। इसी वजह से वह उनसे खफा रहता था। दोनों को जेल भेजवाने के लिए युवक ने हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया।
निजी ट्यूशन शिक्षक दादा और दादी द्वारा पबजी खेलने से रोकने से खफा युवक ने उनके छह वर्षीय छात्र की हत्या कर शव को घर के शौचालय में छिपा दिया। दादा-दादी को जेल भेजवाने के लिए हत्या को अंजाम देने वाले युवक ने वारदात को अपहरण की शक्ल देने का भी प्रयास किया।
उसने गांव के एक खेत में पत्र फेंककर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। पत्र में उसने रकम मिलने पर छात्र को मुक्त करने की बात लिखी। सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने लगभग 12 घंटे में ही शव बरामद कर वारदात का पर्दाफाश कर दिया। युवक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने दो अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया है।
लार थाना क्षेत्र के हरखौली निवासी गोरख यादव का पुत्र संस्कार गांव में ही निजी ट्यूशन शिक्षक नरसिंह शर्मा (60) के घर पढ़ने जाया करता था। परिजनों के अनुसार, वह बुधवार दोपहर बाद करीब एक बजे ट्यूशन के लिए घर से निकला था। लौटने में देर होने पर उसके पिता ट्यूशन शिक्षक के घर पहुंचे तो पता चला कि वह ट्यूशन आया ही नहीं। इस पर परिजन उसे गांव में तलाशने लगे। इसी दौरान एक खेत में एक पत्र मिला, जिसमें पांच लाख रुपये की फिरौती मांग की गई थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।
रात में ही एसपी संकल्प शर्मा मौके पर पहुंच गए। पुलिस छात्र की तलाश में जुट गई। संदेह होने पर पुलिस ने ट्यूशन शिक्षक के पौत्र अरुण शर्मा (18) को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सच्चाई सामने आ गई। उसने गला दबाकर हत्या की बात कुबूल कर ली। बताया कि उसने संस्कार का शव शौचालय में छिपा रखा है। पुलिस ने संस्कार का शव बरामद कर लिया है।
पूछताछ में अरुण ने पुलिस को बताया कि उसके दादा-दादी उसे पबजी खेलने और रुपये मांगने पर हमेशा डांटते रहते थे। इससे खफा होकर उसने दोनों को जेल भेजवाने के मकसद से संस्कार की हत्या की योजना बनाई।
बुधवार को ट्यूशन आ रहा संस्कार उसे रास्ते में ही मिल गया था। वह उसके साथ हो लिया। घर के पास पहुंचने पर उसने धोखे से संस्कार के मुंह में गोंद डाल दिया, जिससे वह शोर न मचा सके।
इसके बाद उसे शौचालय में ले गया और गला दबाकर मार डाला तथा शव को शौचालय में छिपा दिया। ग्रामीणों के अनुसार अरुण पबजी खेलने का आदी है। घर में डांट पड़ने पर वह एक बाद आत्महत्या करने के लिए रेल लाइन पर पहुंच गया था, लेकिन लोग उसे समझा-बुझाकर वापस ले आए थे। अरुण की करतूत से उसके माता-पिता भी सदमे में हैं। घटना के बाद से गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए हैं।