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नेहरू-गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों ने आरक्षण का विरोध किया: बावनकुले

नागपुर
 भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने  पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी समेत नेहरू-गांधी परिवार की ‘तीन पीढ़ियों’ के नेताओं पर आरक्षण का विरोध करने का आरोप लगाया।

उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ‘भारत विरोधी बयान’ देने से बचना चाहिए और उनसे आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।

बावनकुले ने यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वह राहुल गांधी के खिलाफ अपनी पार्टी के राज्यसभा सदस्य अनिल बोंडे और शिव सेना विधायक संजय गायकवाड़ के बयानों का समर्थन नहीं करते हैं।

गायकवाड़ ने आरक्षण के संदर्भ में टिप्पणी करने वाले राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा करके विवाद खड़ा कर दिया, जबकि बोंडे ने कहा कि कांग्रेस नेता की जीभ को दाग दिया जाना चाहिए।

इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर बावनकुले ने कहा, ‘‘मैं शिव सेना विधायक संजय गायकवाड़ और भाजपा के राज्यसभा सदस्य अनिल बोंडे के बयानों का समर्थन नहीं करता। उन्हें दोबारा इस तरह के बयान देने से बचना चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन राहुल गांधी को भी सावधानी से बात करनी चाहिए और भारत विरोधी बयान नहीं देने चाहिए। उनकी यह आदत है, जो हम तीन पीढ़ियों से देख रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू ने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा एससी/एसटी समुदायों को आरक्षण दिए जाने का विरोध करते हुए कहा था कि यह विकास के रास्ते में एक बाधा है। इसी तरह राजीव गांधी ने भी यह कहते हुए आरक्षण का विरोध किया था कि बुद्धिहीनों को आरक्षण की जरूरत होती है।’’

उन्होंने कहा कि अब उनकी तीसरी पीढ़ी से एक सदस्य राहुल गांधी अमेरिका जाते हैं और कहते हैं कि वे आरक्षण खत्म कर देंगे।

बावनकुले ने राहुल गांधी से महाराष्ट्र का दौरा करने से पहले आरक्षण पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।

आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘हम डबल इंजन सरकार के एजेंडे के साथ लोगों तक पहुंच रहे हैं क्योंकि केंद्र और राज्य मिलकर महाराष्ट्र के 14 करोड़ लोगों के कल्याण और विकास के लिए काम करेंगे और विकास करेंगे।’’

भाजपा नेता ने विपक्ष पर आदिवासियों को भ्रमित करने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी इस समुदाय को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार ने आदिवासी क्षेत्रों में कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की जो कांग्रेस शासन के दौरान उन्हें नहीं मिलीं।’’

महाराष्ट्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।