मालदीव की मुइज्जू सरकार में तब हड़कंप मच गया, जब तत्कालीन मंत्री फातिमा शमनाज को गिरफ्तार कर लिया
माले
पिछले दिनों मालदीव की मुइज्जू सरकार में तब हड़कंप मच गया, जब तत्कालीन मंत्री फातिमा शमनाज को गिरफ्तार कर लिया गया। उन पर मोहम्मद मुइज्जू के करीब जाने के लिए काला जादू करने का आरोप लगा। शमनाज के अलावा उनके भाई व एक और आरोपी को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। उनके घर से काले रंग की गुड़िया बरामद हुई थी। इसके बाद से उन्हें मंत्रिपद से भी हाथ धोना पड़ा। अब मालदीव की इस्लामिक मिनिस्ट्री ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है और बताया है कि बरामद की गई गुड़िया से काले जादू के कोई भी संकेत नहीं मिले हैं।
मालदीव की स्थानीय मीडिया वेबसाइट से बात करते हुए पूर्व मंत्री शमनाज के वकील अली शाह ने बताया कि पुलिस ने अभी तक उनके खिलाफ कोई सबूत पेश नहीं किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस्लामिक मंत्रालय का हवाला देते हुए अदालत को बताया कि घर से ली गई गुड़िया में भी काले जादू के कोई संकेत नहीं थे। अली शाह ने कहा, "इस्लामिक मंत्रालय ने शमनाज के घर से ली गई चाबी और अन्य वस्तुओं का विश्लेषण किया है और राय दी है कि काले जादू से संबंधित कुछ भी नहीं है।" पुलिस ने अदालत को बताया कि इस्लामिक मंत्रालय ने ऐसी राय दी है कि इसमें शिर्क से संबंधित कुछ भी शामिल नहीं है।
पुलिस ने क्या-क्या किया था जब्त
पुलिस ने शमनाज और सना के फोन के अलावा मोबाइल फोन, एक की-टैग, सना के कमरे में मिला बालों का एक गुच्छा और शमनाज के कमरे से एक हार जब्त किया था। पुलिस ने जो की-टैग जब्त किया, वह एक ऊनी गुड़िया थी। शमनाज की गिरफ्तारी और उसके अपार्टमेंट की तलाशी दोनों ही पूरी तरह से एक खुफिया रिपोर्ट पर आधारित थे। वकील शाह का दावा है कि शमनाज की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रभाव की वजह से हुई थी और उसे फंसाया गया था। इसी वजह से पुलिस को कोई भी सबूत नहीं मिल रहा है।
'पूर्व पति के खिलाफ बयान दिलवाना चाहती है पुलिस'
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस चाहती है कि शमनाज एडम रमीज के खिलाफ बयान दे और कहा कि बयान दिए जाने पर वे उसे रिहा कर देंगे। उन्होंने कहा, ''वह अपने पूर्व पति को फंसाने के लिए बयान नहीं देगी।'' बता दें कि एडम रमीज ने शमनाज को गिरफ्तार किए जाने से कुछ दिन पहले ही तलाक दिया था। इसके बाद 23 जून को गिरफ्तारी की मीडिया रिपोर्ट्स के बाद रमीज को भी निलंबित कर दिया गया था। रमीज को मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का दाहिना हाथ माना जाता था, लेकिन दोनों के बीच संबंध खराब हो गए थे।