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“सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं है, देश को पंथनिरपेक्ष बनाने का सबसे बड़ा आग्रह बीजेपी का है- अमित शाह

नईदिल्ली

लोकसभा चुनाव में बीजेपी 370 सीटें और एनडीए 400 सीटें जीतने का लक्ष्य रखे हुई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के तमाम नेता 370 और 400 पार के नारे को आगे बढ़ा रहे हैं. बीजेपी के ही कुछ नेताओं ने इसका दावा किया था कि बीजेपी को 400 से ज्यादा सीट इसलिए चाहिए ताकि संविधान में संशोधन कर सके.  इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने स्पष्टीकरण दिया है.

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "10 साल से हमारे पास बहुमत है. 2014 में बीजेपी के पास 272 सीटें थी. फिलहाल 300 से ज्यादा सीटें हैं. दोनों बार एनडीए को मिलाकर संविधान बदलने की भी ताकत है. हमने अपने बहुमत का इस्तेमाल 370 हटाने में किया, सीएए लाने में किया, तीन तलाक समाप्त करने में किया है."

"सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं"

संविधान से 'सेक्युलर शब्द हटाने' के दावों पर पूछे गए सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा, "सेक्युलर शब्द हटाने की हमें कोई जरूरत नहीं है. इस देश को पंथनिरपेक्ष बनाने का सबसे बड़ा आग्रह बीजेपी का है, इसलिए हम यूसीसी ला रहे हैं." उन्होंने कहा, "वो (कांग्रेस) देश को शरिया के नाम पर चलाना चाहती है और उन्हें सेक्युलर बनने की जरूरत है. हमें नहीं हैं. हम तो कह रहे हैं कि इस देश का संविधान धर्म के आधार पर होना चाहिए."

"न आरक्षण हटाएंगे, न हटाने देंगे"

अपनी पार्टी बीजेपी के लिए चुनावी अभियानों में जुटे अमित शाह ने  कहा, "कांग्रेस जिस तरह से कहती है कि हम (बीजेपी) आरक्षण हटा देंगे. (बहुमत का इस्तेमाल) इसके लिए हमलोगों ने नहीं किया है. बीजेपी का वादा है कि न हम आरक्षण हटाएंगे और कांग्रेस हटाने चाहे तो उसे भी नहीं हटाने देंगे."

"मोदी जी ने बड़े फैसले लिए हैं"

गृह मंत्री ने कहा, "ये क्या हमें पंथनिरपेक्षता सिखाएंगे. जो पार्टी घोषणापत्र में पर्सनल लॉ लाने की बात करती है तो क्या ऐसी पार्टी पंथनिरपेक्ष मानी जाएगी? कांग्रेस की ये क्या पंथनिरपेक्षता है. मुस्लिम पर्सनल लॉ पर आप (कांग्रेस) देश को चलाना चाहते हैं. प्रधानमंत्री के 'बड़े फैसले लिए जाएंगे' वाले बयान पर अमित शाह ने कहा कि मोदी जी बड़े फैसले लेने की बात ही नहीं करते, बल्कि बड़े फैसले लिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी द्वारा किए गए कामों की उप्लब्धियां बताई.