Madhya Pradesh

मध्यप्रदेश में 3 दिन से एक्टिव बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम अब थोड़ा कमजोर पड़ा

भोपाल

मध्यप्रदेश में 3 दिन से एक्टिव बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम अब थोड़ा कमजोर पड़ गया है। इस वजह से अगले 2 दिन कहीं भी तेज बारिश का अलर्ट नहीं है। मंगलवार सुबह से भोपाल समेत कुछ जिलों में धूप खिली है। 29-30 अगस्त से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम बनेगा।

'मानसून ट्रफ, डीप लो प्रेशर एरिया, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से पूरे प्रदेश में भारी बारिश का दौर रहा। सोमवार को भी कई जिलों में तेज बारिश हुई, लेकिन मंगलवार से मानसून एक्टिविटी घट जाएगी। 27 और 28 अगस्त को प्रदेश के कई जिलों में धूप निकली रहेगी।'

उधर, आलीराजपुर कलेक्टर डॉ. अभय अरविंद बेडेकर ने बारिश की वजह से जिले में आज नर्सरी से 8वीं क्लास तक के स्कूलों की छुट्‌टी घोषित की है। सोमवार देर शाम उन्होंने इसके आदेश दिए।

5 जिलों में 40 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका

मध्यप्रदेश के श्योपुर में सामान्य से 87% ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला-सिवनी में बारिश का आंकड़ा 45 इंच से अधिक है। भोपाल में सामान्य से 108 प्रतिशत बारिश हो गई है। शिवपुरी, भिंड, श्योपुर, सिवनी, निवाड़ी और सिंगरौली में भी सामान्य से ज्यादा पानी गिर गया है।

प्रदेश के 5 जिले ऐसे हैं, जहां 40 इंच से अधिक पानी बरस चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 45.97 इंच बारिश हो चुकी है। सिवनी में 45 इंच, भोपाल, श्योपुर-छिंदवाड़ा में आंकड़ा 40 इंच से ज्यादा है। नर्मदापुरम, रायसेन, सागर, डिंडौरी, राजगढ़ और गुना में भी अच्छी बारिश हो चुकी है।

एमपी के डैम 90% तक भरे

प्रदेश के लगभग सभी डैम 90 प्रतिशत या इससे अधिक भर चुके हैं। सोमवार को भोपाल के कलियासोत के 2 और भदभदा डैम का एक गेट खुला रहा। कोलार और केरवा डैम में भी पानी की आमद जारी रही। बाणसागर, कुंडालिया, बरगी, इंदिरा सागर, ओंकारेश्वर, जोहिला, पारसडोह, चंदौरा, तवा, कुंडालिया समेत अन्य डैम के गेट भी खुल चुके हैं।

कानपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा, वाराणसी में 300 मंदिर डूबे
यूपी के 15 जिलों में 4 नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। कन्नौज और कानपुर में गंगा का जलस्तर 24 घंटे में आधा मीटर तक ऊपर चढ़ गया है। वहीं, वाराणसी में गंगा का आरती स्थल भी डूब गया है। छत पर आरती हो रही है। साथ ही छोटे-बड़े 300 मंदिर अभी भी पानी में ही हैं।

गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में तेज बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं। वडोदरा में सोमवार को 12 घंटे में 26 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। अहमदाबाद में 10, राजकोट में 9 तो भुज में 8 सेंटीमीटर बारिश हुई।

गुजरात में बाढ़ में फंसे 17 हजार लोगों को रेस्क्यू किया गया है। पिछले 24 घंटे में 3 लोगों की मौत हुई। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी प्राइमरी स्कूलों को आज (मंगलवार) बंद रखने का आदेश दिया है।

मध्य प्रदेश में अब तक सीजन की 88% बारिश हो चुकी है। अलीराजपुर जिले में भारी बारिश के अलर्ट के चलते स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।

राजस्थान में 1 अगस्त से 26 अगस्त के बीच रिकॉर्ड 315 मिलीमीटर बारिश हुई। पिछले 13 साल में अगस्त में इतनी बारिश नहीं हुई।

28 अगस्त को 4 राज्यों में 12 सेंटीमीटर बारिश की संभावना

    मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ में भारी से अतिभारी (20 सेंटीमीटर से ज्यादा) बारिश हो सकती है।
    राजस्थान, गुजरात के कई हिस्सों, तटीय कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र में 12 सेंटीमीटर तक बारिश की संभावना है।
    पंजाब, बिहार, झारखंड, ओडिशा, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, कोंकण-गोवा, केरल और आंतरिक कर्नाटक में 7 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है।