Madhya Pradesh

प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेज, संख्या सात लाख तक पहुंची

 इंदौर
 मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेज कर दिया है। इंदौर शहर में करीब तीन लाख और कंपनी क्षेत्र में लगभग सात लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। शुक्रवार को कंपनी के एमडी अमित तोमर ने कंपनी मुख्यालय में स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने चेता भी दिया कि मीटरों में गड़बड़ी करने वाले सावधान हो जाए। स्मार्ट मीटर से छेड़खानी न करें।

पोलोग्राउंड स्थित मुख्यालय में स्मार्ट मीटर परियोजना की समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने आंक़ड़े प्रस्तुत किए। एमडी को जानकारी दी कि स्मार्ट मीटरों से बिलिंग, रीडिंग संबंधित विवाद एवं असंतुष्टि की शिकायतें काफी कम हुई है। माह की पहली तारीख को रीडिंग ले लेते है।

बिल समय पर बनता है, बिल त्रुटिरहित बनने से अधिकाधिक उपभोक्ताओं में समय पर बिल भरने की भावना का भी संचार हुआ है। तोमर ने कहा कि जहां भी अभी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, वहां सर्विस केबल ठीक से लगी हो, मीटर सही लगे, सीलिंग सही की जाए। इनसे सुरक्षा एवं मीटर संचालन कार्य ठीक प्रकार से होगा, गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी।

गड़बड़ी करने वाले सावधान

प्रबंध निदेशक ने कहा कि स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी की मंशा रखने वाले सावधान हो जाए। ये मीटर कंट्रोल सेंटर को संकेत देते हैं। ऐसे में पकड़े जाने पर मीटर खराब होने का शुल्क, एक वर्ष की मौजूदा बिलिंग राशि, बिलिंग राशि के बराबर ही पेनल्टी राशि भी लगाई जाती है।

इस अवसर पर कंपनी के निदेशक पुनीत दुबे एवं स्मार्ट मीटर परियोजना निदेशक रवि मिश्रा ने 14 जिलों के स्मार्ट मीटर कार्य, अब तक के मीटरीकरण कार्य की प्रगति का तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया।