कानपुर में छात्र से हैवानियत का वीडियो बनाने वाला गिरफ्तार, परिजनों को दिखाकर वसूलना चाहता था रूपए
कानपुर.
कानपुर में नाबालिग छात्र से क्रूरता करने के मामले में पुलिस ने उस आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है जिसने पीड़ित का वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था. इस मामले में कुल 12 लोगों को आरोपी बनाया गया है जिसमें ये सातवीं गिरफ्तारी है. इससे पहले 6 आरोपियों को पुलिस पकड़ चुकी है.
बता दें कि इटावा से कानपुर एयरफोर्स भर्ती परीक्षा की तैयारी करने आए नाबालिग छात्र को पहले कुछ लड़कों ने ऑनलाइन गेम खेलने का लालच देकर 20 हजार रुपये दिए और गेम में पैसा हार जाने के बाद उससे 50 हजार रुपये मांगने लगे. छात्र ने जब पैसा देने में असमर्थता जताई तो आरोपियों ने उसे एक कमरे में बंधक बना लिया और उसके साथ हैवानियत पर उतर आए.
6 दिनों तक नर्क में रहा: पीड़ित
आरोपी लड़कों ने 6 दिनों तक नाबालिग को कमरे में रखकर बुरी तरह मारा- पीटा और उसके चेहरे को भी जलाने की कोशिश की. इससे भी जब उनका मन नहीं भरा तो उन्होंने पीड़ित छात्र के प्राइवेट पार्ट में ईंट बांध दिया और उसका वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. अब यही वीडियो बनाने वाला आरोपी भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया. कानपुर के काकादेव थाने में पीड़ित छात्र ने बताया था कि आरोपियों के कब्जे में वो 6 दिन उसके लिए किसी नर्क की तरह बीते और उसे लगने लगा था कि अब वो जिंदा नहीं बच पाएगा. पीड़ित छात्र के मुताबिक आरोपी ने मोबाइल से उसके टॉर्चर के कुल 31 वीडियो बनाए थे जिसमें 4 वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
सातवें आरोपी की हुई गिरफ्तारी
पीड़ित के सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में काकादेव थाने में केस दर्ज कर जांच शुरू की और कुल 12 लोगों को आरोपी बनाया था. इनमें से 6 आरोपियों को बीते दिनों ही गिरफ्तार कर लिया गया था जबकि सातवें नाबालिग आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को पकड़ा है. पुलिस के मुताबिक पकड़े गए नाबालिग ने बताया है कि उसने पीड़ित छात्र की पिटाई, प्रताड़ना और यौन शोषण के अश्लील वीडियो बनाए थे. हालांकि इस मामले में बवाल होने के बाद दो आरोपियों ने उसके मोबाइल से उस वीडियो को डिलीट करवा दिया था.
आरोपी ने बताया क्यों बनाए थे वीडियो
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपी ने बताया कि उन्होंने नाबालिग छात्र का वीडियो इसलिए बनाया था ताकि उनके परिजनों को दिखाकर उनसे अपने पैसों की वसूली कर सकें. वहीं इस मामले में पीड़ित छात्र के परिजनों ने सीएम और यूपी पुलिस ने विकास दुबे की तरह आरोपियों के एनकाउंटर की मांग की है.