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बेटी की मौत खबर को माना मजाक : पुलिस से बोली मां- ऐसा नहीं हो सकता, मकान मालिक बोला- सच है…

इम्पैक्ट डेस्क.

कानपुर के चकेरी के हरजेंदरनगर में एक विधि छात्रा ने मोबाइल पर बात करने के बाद अचानक मकान की छत (तीसरी मंजिल) से कूदकर जान दे दी। सूचना पर फोरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर साक्ष्य एकत्रित किए। मूलरूप से कन्नौज के तिर्वा के गांव सेगरन पुरवा निवासी सुभाष बाथम टैंपो चालक हैं। उनकी बेटी रजनी (24) ब्रह्मानंद कॉलेज से विधि की द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही थी। चार माह पहले ही रजनी चकेरी के हरजेंदरनगर निवासी अजय गुप्ता के मकान में किराये पर रहने आई थी। गुरुवार दोपहर को रजनी मकान की दूसरी मंजिल स्थित अपने कमरे में मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी। इस बीच वह फोन काटकर छत पर पहुंची और नीचे छलांग लगा दी। मकान मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने खून से लथपथ छात्रा को कांशीराम ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां डाक्टर ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया।

घटनास्थल की जांच के बाद एसीपी अमरनाथ यादव ने बताया कि पीड़ित परिवार से तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जाएगी। छात्रा का मोबाइल कब्जे में लिया गया है। घटना के बाद से रजनी की मां पिंकी, पिता और छोटा भाई अभिषेक बेसुध हैं।

रजनी पढ़ने में अच्छी थी। उसका सपना डॉक्टर बनने का था। मृतक रजनी की मां पिंकी ने बताया कि वह विज्ञान वर्ग की छात्रा थी। उसके हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में 85 प्रतिशत अंक थे। मां पिंकी ने बताया कि मेरी इकलौती बेटी डॉक्टर बनना चाहती थी। लेकिन आर्थिक तंगी के चलते हम उसका यह सपना पूरा नहीं कर सकते थे।

इसके पूर्व उसने प्रयागराज ( पहले इलाहाबाद) से पढ़ाई की। इसके बाद वह एलएलबी की पढ़ाई कर रही थी। उसका दाखिला काउंसलिंग के माध्यम से हुआ था। रजनी के पिता सुभाष और मां पिंकी सूरत गुजरात में काम करते हैं। वहीं, छोटा भाई गुल्लू मध्यप्रदेश में किसी कंपनी में काम करता है। रजनी के कमरे में कई लोगों का फोटो का कलेक्शन दीवार पर लगाया हुआ मिला है। यह फोटो उनके सगे संबंधियों की बताई जा रही है।