Madhya Pradesh

तेंदुहा पोड़ी हत्याकांड का मुख्य आरोपी को एस पी के गठित टीम ने 24 घंटे मे किया गिरफ्तार

तेंदुहा पोड़ी हत्याकांड का मुख्य आरोपी को एस पी के गठित टीम ने 24 घंटे मे  किया गिरफ्तार

बिना कारण सनकी आरोपी ने युवक पर चलायी गोली,

32 बोर पिस्टल व एक्सयूव्ही कार जप्त

सिंगरौली
चितरंगी थाना क्षेत्र के ग्राम तेंदुहा पोड़ी मे शनिवार की प्रातः सरेराह युवक को गोली मारकर हत्याकांड को अंजाम देने वाले सनकी बीजेपी युवा मोर्चा मंडल मंडल मौहरिया पूर्व जिलाध्यक्ष को पुलिस टीम ने घेराबंदी कर चितरंगी  अस्पताल तिराहा से गिरफ्तार कर लिया.

उक्ताशय का खुलासा करते हुए एस पी सिंगरौली निवेदिता गुप्ता ने बताया की ग्राम तेंदुहा पोड़ी मे शनिवार को हुई हत्याकांड के मुख्य आरोपी अभिषेक पाण्डेय पुत्र अनिल पाण्डेय उम्र 30 निवासी कुल्हईया जो भारतीय जनता पार्टी मौहरिया का  युवा मोर्चा का मंडल पूर्व जिलाध्यक्ष है, ने शनिवार को प्रातः 9.30बजे तेंदुहा पोड़ी मार्ग पर मृतक लाले बंसल पुत्र गुनीलाल बंसल उम्र 23 वर्ष निवासी दुर्दरा के पर गोली चलाकर हत्या को अंजाम दिया था. जिसे पुलिस की गठित तीन टीम ने कड़ी मशक्कत से घेराबंदी कर  24घण्टे के भीतर गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तार आरोपी ने अपने कबूल नामे मे बताया की वह शनिवार को अपने एक्स यू पी 300 कार से अपने भैया को लेने रीवा जा रहा था और अपने पास लायसेंसी 32बोर का पिस्टल रखा था जिसमे 8 कारतूस भरे हुए थे. आरोपी अनुसार वह जैसे ही गिरछाँदा स्थित राजेश्वरी पेट्रोल पम्प से लगभग डेढ़ किलोमीटर आगे पहुंचा तो देखा कि एक लड़का घायल अवस्था मे पड़ा हुआ है और पास मे मृतक युवक सिर पर लाल रंग का गमछा बांधे खड़ा है. जिससे उसने पूछा कि क्या हुआ भाई, यह सुनते ही मृतक अपनी मोटरसाइकिल से कुंडैनिया रोड तरफ भागने लगा जिसका आरोपी ने अपनी कार से पीछा किया. लेकिन मृतक रुकने को तैयार नही था और वह भागते भागते तेंदुहा पोड़ी मार्ग तरफ भागने लगा जिसे आरोपी अभिषेक ने अपनी कार से ओवरटेक करके रोकने का प्रयास किया लेकिन मृतक इसके बाद भी नही रुका और पीपरवान की ओर भागने लगा जिसका पीछा कर गुस्से से लाल आरोपी अभिषेक ने पहले डराने के लिए हवाई फायरिंग किया और जब उसके बाद भी नही रुका तो उसे गोली मारने की चेतावनी देते हुए सच मे उसके पीठ पर गोली चला दिया.मृतक गोली लगने के बाद भी कुछ दूर तक गया और उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद आरोपी बेफिक्र अपने भैया को लेने रीवा गया और वापसी के बाद चितरंगी अस्पताल तिराहा के पास पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

इनकी रही भूमिका
पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता के निर्देशन, ए एसपी शिव कुमार वर्मा के मार्गदर्शन मे एस डी ओ पी चितरंगी आशीष जैन, निरीक्षक एस एम पटेल, उप निरीक्षक उमेश तिवारी सहायक उप निरीक्षक मनीष सेन, प्रधान आरक्षक लक्ष्मी कांत मिश्रा, मनीष कुसराम, आरक्षक भैयालाल यादव, नन्दलाल यादव, मुकेश पाण्डेय, शुभम पटले, शिव कुमार पटेल, जितेंद्र तिवारी, सर्वदानंद राय, सुदर्शन चौहान, बीर सिंह, सचिन शुक्ला, आशीष पाल व शोभाल वर्मा का सरहनीय योगदान रहा है.