देश के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट पर कस्टम विभाग ने लैपटॉप तस्करी का बड़ा भंडाफोड़ किया
नई दिल्ली
देश के सबसे बड़े कंटेनर पोर्ट न्हावा शेवा, जिसे जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह भी कहा जाता है, पर कस्टम विभाग ने लैपटॉप तस्करी का बड़ा भंडाफोड़ किया है। इंटेलिजेंस इनपुट्स के आधार पर अधिकारियों ने विदेशों से मंगाए जा रहे यूज्ड लैपटॉप की बड़ी खेप की बरामदगी की है। ANI के मुताबिक, जवाहरलाल नेहरू कस्टम हाउस के अफसरों ने विशेष खुफिया और इम्पोर्ट जांच शाखा की विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर मुंबई के न्हावा शेवा पोर्ट पर विभिन्न ब्रांडों के 4600 लैपटॉप जब्त किए हैं। जब्त लैपटॉप डेल, एचपी, लेनोवो और अन्य ब्रांड के हैं। इसके अलावा अफसरों ने 1546 पुराने और यूज्ड सीपीयू की भी जब्ती की है, जो सबसे बड़ी जब्ती है।
कस्टम अधिकारियों के मुताबिक, ये लैपटॉप और सीपीयू संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से आयात किए गए थे। इसका आपूर्तिकर्ता हांगकांग का रहने वाला है। जब्त किए गए तस्करी के सामान का अनुमानित मूल्य 4.11 करोड़ रुपये है। जब्ती के बाद, विशेष खुफिया और जांच शाखा (एसआईआईबी) ने मुंबई और दिल्ली में एक साथ कई तलाशी ली है, जिसके परिणामस्वरूप आयात करने वाली फर्म के मास्टरमाइंड सह मालिक को गिरफ्तार किया गया है। न्हावा शेवा पर कस्टम के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई तस्करी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा है।
इसी तरह के एक अन्य अभियान में मुंबई कस्टम के अधिकारियों ने आज छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्पॉट प्रोफाइलिंग के आधार पर 2 अलग-अलग मामलों में 19.15 करोड़ रुपये मूल्य का 32.79 किलो सोना जब्त किया है। यात्रियों ने अंडरगारमेंट्स और बैगेज में सोना छिपा रखा था। कस्टम अफसरों ने दोनों यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया है।
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर भी कस्टम के अफसरों ने प्रोफाइलिंग के आधार पर मॉस्को से आए दो यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से 67 लाख रुपये की कीमत का 998 ग्राम विदेशी सोना बरामद किया गया था। दोनों यात्रियों को कस्टम्स एक्ट 1962 के तहत गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ आगे की जांच की जा रही है।