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जिस ब्रिटेन ने हम पर हुकूमत की, मोदी राज में हमने उसे पीछे छोड़ा : सुधांशु त्रिवेदी

नई दिल्ली
 राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश करते हुए राज्यसभा में भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हमारे गठबंधन ने और भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिण भारत में कांग्रेस से अधिक मत हासिल किए हैं। तेलंगाना में हमारी 8 सीटें ही नहीं हैं, बल्कि 35 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। कर्नाटक में बीजेपी को 45 प्रतिशत वोट मिले हैं। केरल में हमारी एक सीट आई है और 17 प्रतिशत वोट मिले हैं। तमिलनाडु में कांग्रेस पार्टी को 10.25 प्रतिशत वोट मिले जबकि भाजपा को यहां 11.5 फीसदी वोट मिले हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि उड़ीसा में पहली बार भाजपा ने सरकार बनाई है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हम पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बने हैं, लेकिन हम सिर्फ पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं बने, पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था उस ब्रिटेन को पीछे छोड़कर बने जिसने हमारे ऊपर हुकूमत की। हम दुनिया के चौथे सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज बने। हम दुनिया के तीसरे बड़े सोलर एनर्जी के केंद्र बने। हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर बने।

उन्होंने कहा, भारत में डोमेस्टिक एविएशन सेक्टर विश्व में तीसरे नंबर का हो गया है। मोबाइल हैंडसेट बनाने में हम दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं। डिजिटल पेमेंट में हम दुनिया में नंबर वन हैं। पिछली लोकसभा और इस लोकसभा के बीच में चांद के अछूते कोने दक्षिणी ध्रुव को छूने वाले हम दुनिया के पहले देश बने। निश्चित रूप से उसमें हमारे वैज्ञानिकों ने बड़ी भूमिका निभाई, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री का निरंतर रूप से उसमें सहयोग उन्हें प्राप्त होता रहा। प्रधानमंत्री ने उस पॉइंट का नाम रखा शिव शक्ति।

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कुछ राजनीतिक दल ऐसे हैं जो कहते हैं कि हिंदू धर्म में जो शक्ति है उससे हमें लड़ना है। दूसरी तरफ हमारा संकल्प यह है कि उस शक्ति को चांद की ऊंचाई तक ले जाकर स्थापित करना है। यह चुनाव एक मामले में देश के अद्भुत चुनाव थे। चुनाव परिणाम के दिन एक पार्टी के कार्यालय में धूम धड़ाका होता है, मिठाई बांटी जाती है, वहीं दूसरी पार्टी के दफ्तर में सन्नाटा होता है। लेकिन यह चुनाव ऐसे थे कि भाजपा कार्यालय में भी और कांग्रेस कार्यालय में भी मिठाई बंट रही थी। हमें तो स्पष्ट बहुमत मिला, लगातार तीसरी बार सरकार बनाई।

उन्होंने कहा कि जो तीन चुनाव के बाद भी तीन डिजिट की संख्या प्राप्त नहीं कर पाए, चुनाव के बाद उनके चेहरे की चमक देखिए। उनकी आवाज की खनक देखिए। उनके जलवे में धमक देखिए। ऐसा लगता है कि मानो बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली। इसका कारण यह है महोदय कि एक बच्चा होता है जो टॉपर होता है, अगर वह डिस्टिंक्शन के बदले फर्स्ट डिवीजन लाए तो उसके चेहरे पर वह खुशी नहीं होती है। वहीं फेल होने वाला बच्चा अगर ग्रेस अंक लाकर थर्ड डिवीजन पास हो जाए तो उसे बड़ी खुशी होती है।

उन्होंने कहा कि 1984 के बाद से आज तक बीते 40 साल में कभी कांग्रेस को 240 सीटें नहीं मिली। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी की तरफ से उनके लिए एक बात कहना चाहूंगा — 'दरिया का सारा नशा उतरता चला गया, वह मुझे डुबाता रहा और मैं उभरता चला गया। और यह 44, 52, 99 अरे जिसे मंजिल समझ कर बैठ गए चंद लोग, मैं ऐसे कितने ही रास्तों से गुजरा चला गया'।