नवयुवक परिषद की निःशुल्क कोचिंग कक्षाओं में पढ़ाने वाले शिक्षकगण हुए सम्मानित
नवयुवक परिषद की निःशुल्क कोचिंग कक्षाओं में पढ़ाने वाले शिक्षकगण हुए सम्मानित
"विद्यार्थी ननवयुवक परिषद द्वारा दी जा रही सहायता का लाभ उठाते हुए बनाएं अपना भविष्य" – श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी
भोपाल
संत हिरदाराम नगर की अग्रणी सामाजिक संस्था नवयुवक परिषद द्वारा गोद लिए गए गरीब एवं मेधावी छात्रों हेतु संचालित निःशुल्क कोचिंग क्लासेस में अपनी सेवाएँ देने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं का सम्मान समारोह साधू वासवानी स्कूल स्थित नंदवानी सभागार में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर भगवान कला केंद्र में संचालित विभिन्न तकनीकी कोर्सेस के ट्रेनर्स, नीतू मेहतानी मेमोरियल लाइब्रेरी एवं स्वामी विवेकानन्द कॅरियर एकेडेमी के स्टॉफ को भी संस्था में उनकी कर्तव्यपरायणता एवं योगदान हेतु सम्मानित किया गया।
इस गरिमामय आयोजन पर शिक्षक-शिक्षिकाओं का सम्मान करने हेतु संत हिरदाराम साहिबजी के उत्तराधिकारी एवं नवयुवक परिषद के अध्यक्ष श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी विशेष तौर पर पधारे थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती, माँ भारती, संत हिरदाराम साहिबजी एवं सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की छाया प्रति के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं माल्यार्पण से हुआ।
नवयुवक परिषद के महासचिव श्री थावर वरलानी एवं सचिव श्री के एल रामनानी ने पुष्प-गुच्छ भेंट कर श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी का अभिनंदन किया।
इसके पश्चात छात्राओं कु. कोमल नागदेव और कु. अंशु फुलवानी ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
परिषद के सचिव श्री के एल रामनानी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए कार्यक्रम में पधारे समस्त अतिथियों का अभिनंदन करते हुए परिषद की गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
आपने कहा संस्थापक सदस्यों के प्रयासों से जरूरतमंद मेधावी बच्चों के सहायतार्थ शुरू की गई यह छोटी सी संस्था आज संतजी के आशीर्वाद और श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी के मार्गदर्शन में एक वटवृक्ष का रूप धारण कर चुकी है। आपने अपने उद्बोधन में संस्था द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे अन्य सेवा कार्यों का भी उल्लेख किया।
इस अवसर पर नवयुवक परिषद के विद्यार्थियों महक ग्वालानी, जीतेश आसवानी, टविंकल गंगवानी, कनक मालवीय एवं दिव्यांशु चांदवानी ने नवयुवक परिषद के शिक्षकों के सम्मान में अपने विचार मंच के माध्यम से रखे।
कु. कृष्णा सेन और कु. साक्षी अहिरवार ने शिक्षकों के सम्मान में सुंदर कविताएं प्रस्तुत की।
नवयुवक परिषद के शिक्षक श्री दीपक असैया तथा शिक्षिका सुश्री सानिया थारवानी ने भी इस अवसर पर अपने शिक्षकों के संस्मरण साझा किये।
सुधार सभा के अध्यक्ष श्री विष्णु गेहानी ने इस अवसर पर छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि संत के आशीर्वाद और श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी के अथक प्रयासों और मार्गदर्शन का ही परिणाम है कि हज़ारों की संख्या में बच्चे परिषद की सहायता से अपना भविष्य संवार चुके हैं और सेवा का यह क्रम निरंतर जारी है।
आपने परिषद् के दान दाताओं के अमूल्य योगदान का उल्लेख करते हुए बच्चों से कड़ी मेहनत कर अच्छे अंकों से उत्तीर्ण होने का आह्वान भी किया।
आपने बताया कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि संतनगर में प्रावीण्य सूची में आने वाले अधिकांश बच्चे नवयुवक परिषद् द्वारा ही गोद लिए हुए हैं।
श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी ने अपने आशीर्वचनों में कहा कि संत जी के आशीर्वाद और उनके निर्देशानुसार ही उनके सेवा कार्यों को वे न सिर्फ जारी रखे हुए हैं अपितु संतजी के स्वयं सेवकों और कार्यकर्ताओं के सहयोग से उनका निरंतर विस्तार करने का भी प्रयास कर रहे हैं।
आपने विद्यार्थियों का आव्हान करते हुए कहा कि यह आपका कर्तव्य है कि परिषद द्वारा दी जा रही सहायता का लाभ उठाते हुए कड़ी मेहनत कर अपने स्कूल, परिवार, समाज और देश का नाम रोशन करें।
पढ़-लिखकर न सिर्फ अच्छे इंसान और प्रबुद्ध नागरिक बनें, बल्कि आगे चलकर आप सब भी जरुरतमंदों की यथासंभव सहायता करें।
इसके पश्चात श्रद्धेय सिद्ध भाऊजी के पावन कर-कमलों द्वारा शिक्षक-शिक्षिकाओं को परिषद द्वारा उपहार एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया।
परिषद के कोषाध्यक्ष श्री गोपाल गिरधानी ने कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथिजनों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर परिषद के संस्थापक सदस्य श्री आसूदोमल लछवानी, श्री वासुदेव मोतियानी, श्री घनश्याम बूलचंदानी, श्री के एल मोटवानी, श्री भगवान दामानी, श्री लखन भागचंदानी, श्री अशोक चेनानी, श्री रमेश लालवानी, श्री मोहन लाल आसवानी, श्री सुरेश भोजवानी, श्री विजय फबयानी, नवयुवक परिषद की कोचिंग क्लासेस की शिफ्ट इंचार्जेस श्रीमती किरण अधिकारी, श्रीमती प्रीति आहूजा समेत अनेक कार्यकर्ता, शिक्षक-शिक्षिकाएं, ऑफिस स्टॉफ एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
कार्यक्रम का सफल संचालन परिषद की छात्राओं कु. कोमल नागदेव और कु. रोशनी बसरानी ने किया।
वंदेमातरम के समवेत गायन के साथ कार्यक्रम का विधिवत समापन हुआ।