टाटा की हुई Air India… 2007 से ही घाटे में रही एयर इंडिया 67 साल बाद की ‘घर वापसी’, DIPAM ने किया खंडन कहा “अब तक फ़ाइनल नहीं…”
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Impact desk.
टाटा संस ने घाटे में चल रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया के लिए बोली जीत ली है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अब टाटा ग्रुप एयर इंडिया का नया मालिक होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि मंत्रियों के एक पैनल ने एयरलाइन के अधिग्रहण के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। आने वाले दिनों में एक आधिकारिक घोषणा की उम्मीद है।
DIPAM ने इस मीडिया रिपोर्ट का खंडन करते ट्वीट किया है जिसमें साफ़ कहा है कि अभी किसी भी नाम को फ़ाइनल नहीं किया गया है॥
1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से हुई थी शुरुआत
रिपोर्ट में कहा गया था “टाटा के साथ सरकार का सौदा पक्का होने से विमानन कंपनी की 67 साल बाद ‘घर वापसी’ होगी।” टाटा समूह ने अक्तूबर 1932 में टाटा एयरलाइंस के नाम से एयर इंडिया की शुरुआत की थी, जिसे भारत सरकार ने 1953 में अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया था।
रिजर्व प्राइस से करीब 3,000 करोड़ रुपये ज्यादा है टाटा की बोली
इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ग्रुप की बोली सरकार द्वारा तय किए गए रिजर्व प्राइस से करीब 3,000 करोड़ रुपये ज्यादा है। टाटा की बोली स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह द्वारा लगाई गई बोली से लगभग 5,000 करोड़ रुपये अधिक है। आगे रिपोर्ट में कहा गया कि सरकारी सूत्रों ने उन रिपोर्ट्स पर प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है, जिसमें रिजर्व प्राइस को 15,000-20,000 करोड़ रुपये बताया गया है।
उल्लेखनीय है कि ब्लूमबर्ग की रिर्पोट के बाद सभी मीडिया हाउसेस ने इस खबर को ले लिया॥ बाद में खबर के संदर्भ में खंडन जारी करते हुए सरकार की ओर से स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा।