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तरुण चुघ ने मिडिया से कहा, एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी, कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार की परिक्रमा ही पार्टी है

नई दिल्ली
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू के खिलाफ कांग्रेस द्वारा दिए गए विशेषाधिकार हनन नोटिस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पहले तो उनके नेता ने संविधान बदलने की बात की और अब वे अपने नेता का बचाव कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने मिडिया से बात करते हुए कहा, "एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी, कांग्रेस पार्टी में गांधी परिवार की परिक्रमा ही पार्टी है। पहले डीके शिवकुमार ने गांधी परिवार को खुश करने के लिए संविधान बदलने की बात कही, ताकि एक समुदाय को आरक्षण का लाभ मिल सके, यह तुष्टीकरण की पराकाष्ठा है। जयराम रमेश ने गांधी परिवार को खुश करने के लिए उनका (डीके शिवकुमार) बचाव शुरू कर दिया है। इससे स्पष्ट होता है कि संविधान बदलने की कवायद के षड्यंत्र के पीछे गांधी-नेहरू परिवार का हाथ है। कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में अपना एजेंडा और झंडा दोनों मुस्लिम लीग के कार्यालय में सरेंडर कर दिया है।"

उन्होंने आगे कहा, "संविधान और संवैधानिक मूल्य गांधी परिवार के सामने कोई मायने नहीं रखता है। कांग्रेस जब केंद्र में थी, तब संविधान को ताक पर रखकर निर्णय लिए जाते थे। कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों की जहां सरकारें हैं, वहां संविधान की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं। वे सिर्फ विशेष वोट बैंक को खुश करने के लिए भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बदलना चाहते हैं। एससी-एसटी और ओबीसी के अधिकारों को छीनकर विशेष धर्म के लोगों को देना चाहती हैं। यह गैर संवैधानिक है और गैरकानूनी है। धार्मिक आधार पर आरक्षण देना एक पाप है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और सरदार वल्लभभाई पटेल ने संविधान सभा में इसका विरोध किया था।"

पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने पर तरुण चुघ ने कहा, "ममता बनर्जी का व्यवहार एक मॉडर्न जिन्ना की तरह है। बंगाल में सरकार नहीं बल्कि मुस्लिम लीग का राष्ट्र विरोधी एजेंडा चल रहा है। 'बांटों और राज करो' का एजेंडा चलाया जा रहा है। बंगाल सरकार और वहां के अधिकारी जानबूझकर ममता बनर्जी के इशारों पर हिंदुओं के वोटों को काटकर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों के वोट बनवा रहे हैं। बांग्लादेश के सीमावर्ती क्षेत्र में हिंदुओं के वोट जबरन काटे जा रहे हैं और बांग्लादेशी घुसपैठियों के वोट बनाने का काम चल रहा है।"

24 मार्च को विभिन्न छात्र संगठनों ने जंतर मंतर पर मार्च निकाली थी। इसमें पहुंचे राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि तमाम केंद्रीय विश्वविद्यालयों पर आरएसएस की सहमति से कुलपति नामित किए गए हैं। राहुल गांधी के बयान पर भी चुघ ने पलटवार किया। कहा, "राहुल गांधी एक मंदबुद्धि बालक हैं, जो बेवजह बयानबाजी करके विदेशी टूल के हाथों का खिलौना बनाकर आर्टिफिशियल भ्रम पैदा कर रहे हैं। आरएसएस राष्ट्रवादी संगठन है, जो निरंतर 100 वर्षों से राष्ट्र की तपस्या कर रहा है। देश में वाइस चांसलर एक तय कानून और नियमों के अनुसार होते हैं। राहुल गांधी का यह घटिया बयान वाइस चांसलर और शिक्षाविदों की चयन प्रक्रिया का अपमान है।"