जानिए, कैसे भारतीय रुपया को सबसे अस्थिर मुद्राओं से सबसे स्थिर मुद्राओं में शुमार किया जाने लगा
नई दिल्ली भारतीय मुद्रा रुपया एक दशक पहले तक एशिया की सबसे अस्थिर मुद्राओं में शुमार किया जाता था। लेकिन, अब रुपया को सबसे स्थिर मुद्राओं में शुमार किया जाने लगा है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। ये भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि, प्रभावी नीतिगत सुधार और विदेशी मुद्रा भंडार के रणनीतिक प्रबंधन को दर्शाता है। आर्थिक मामलों के जानकारों का मानना है कि 2010 के दशक की शुरुआत में भारत में महंगाई आसमान छू रही थी, महंगाई दर बढ़कर करीब 10 फीसदी के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
Read More