युवाओं में ऑनलाइन गेमिंग की बढ़ती लत से केंद्र सरकार चिंतित
नई दिल्ली हाल ही में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने कक्षा 12 के एक छात्र को इंप्रूवमेंट एग्जाम में बैठने की अनुमति दी। इस मामले में यह स्वीकार किया कि याचिकाकर्ता इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर (IGD) नामक मानसिक स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित था। जस्टिस एएस चंदूरकर और राजेश पाटिल की खंडपीठ ने अपने 4 जुलाई के आदेश में कहा कि 19 वर्षीय छात्र को 'न्याय के हित' में एक मौका दिया जाना चाहिए। अस्पताल में पता लगी बीमारी अपनी याचिका में लड़के ने दावा किया कि वह हमेशा औसत से बेहतर छात्र
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