Bhopal AIIMS

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भोपाल एम्स में नई व्यवस्था लागू , अब बिना अनुमति डॉक्टरों के ड्यूटी रूम में नहीं जा सकेंगे ‘बाहरी’

भोपाल  अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल में अब बिना अनुमति कोई भी बाहरी व्यक्ति महिला डॉक्टरों के ड्यूटी रूम में नहीं जा सकेगा। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले के बाद एम्स प्रबंधन ने डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए नई व्यवस्था बनाई है। इसके तहत डॉक्टरों के रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) कार्ड बनाए जाएंगे। इसमें संबंधित डॉक्टर का थंब या फेस कार्ड जनरेट किया जाएगा, जिसकी मदद से डॉक्टर अपने ड्यूटी रूम को खोल सकेगा। अगर कोई व्यक्ति डॉक्टर के ड्यूटी रूम में आना भी

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भोपाल एम्स में डॉक्टरों की हड़ताल से और बिगड़ेंगे हालात, इमरजेंसी चालू रहेगी

भोपाल कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद देशभर में डॉक्टर्स का विरोध शुरू हो गया है। भोपाल एम्स में भी रेसीडेंट डॉक्टर्स आज मंगलवार से हड़ताल पर ।हमीदिया अस्पताल में सोमवार को डॉक्टर्स ने काली पट्‌टी बांधकर काम किया। शाम 7 बजे कैंडल मार्च भी निकाला। बता दें कि घटना को लेकर देशभर के 3 लाख रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं। एम्स दिल्ली समेत देशभर के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इमरजेंसी सेवाएं चालू रखी गई हैं। इस घटना का करेंगे विरोध

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भोपाल एम्स में 300 बिस्तरों का बनेगा एपेक्स ट्रामा सेंटर और ऑन्कोलॉजी सेंटर, जेपी नड्डा से मिले भोपाल सांसद

भोपाल  राजधानी भोपाल स्थित एम्स में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार विस्तार किया जा रहा है। जहां एक तरफ एम्स डायरेक्ट अपने स्तर पर विस्तार कर रहे हैं, वही अब भोपाल सांसद आलोक शर्मा भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मिलकर कई नई सुविधाएं बढ़ाने को लेकर चर्चा की है। जिसमें मुख्य रूप से 300 बिस्तरों का एपेक्स ट्रामा सेंटर और ऑन्कोलॉजी सेंटर के निर्माण की स्वीकृति मांगी है।  अपेक्स ट्रामा सेंटर के निर्माण में आएगा 295 करोड़ लागत भोपाल सांसद आलोक शर्मा ने केंद्र स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा

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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान ने दी खुशखबरी! टेस्ट ट्यूब बेबी प्रयोग में मिली सक्सेस के बाद, शुरू होगा आईवीएफ तकनीक से इलाज

भोपाल मध्य प्रदेश के प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान भोपाल ने एक ओर कीर्तीमान स्थापित किया है। इससे पहले भी भोपाल एम्स ने कई मामलों में अपना झंडा गाड़ा है। फिर चाहे वह ड्रोन टेक्नॉलाजी से जीवन रक्षक दवाएं पहुंचाना हो या किसी जानलेवा बीमारी के लिए सस्ता उपचार। फिर एक बार यह संस्थान बड़ी सेवा शुरू करने वाला है। यह खबर पूरे राज्य के नि संतान दंपतियों के लिए आशा भरी खबर है। इस तकनीक के माध्यम से बिना संतान वाले परिवार के घरों में किलकारियों गूंज पाएंगी।

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