Madhya Pradesh

सागर बीएमसी में सुपर स्पेशलिटी सेवाएं अविलंब शुरू करना मेरी प्राथमिकता- मंत्री राजेंद्र शुक्ल

सागर बीएमसी में सुपर स्पेशलिटी सेवाएं अविलंब शुरू करना मेरी प्राथमिकता- मंत्री राजेंद्र शुक्ल

बीएमसी के उन्नयन एवं सुपर स्पेशलिटी सेवाओं की प्रगति की प्रतिमाह समीक्षा करूंगा- मंत्री राजेंद्र शुक्ल

एमएमआर और आईएमआर को कम करने की दिशा मे कार्य करने की जरूरत- मंत्री राजेंद्र शुक्ल
उप मुख्यमंत्री एवं लोक स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेन्द्र शुक्ल

भोपाल
उप मुख्यमंत्री एवं लोक स्वास्थ्य तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री राजेंद्र शुक्ल सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज पहुंचे और वहां बनने वाले सुपर स्पेशलिटी सेवाओं के निर्माण के संबंध में समीक्षा की। इस दौरान विधायक शैलेंद्र जैन एवं बीएमसी डीन डॉ पीएस ठाकुर ने उन्हें विस्तार से प्रोजेक्ट संबंधी जानकारी दी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने आयुक्त चिकित्सा शिक्षा से भी फोन पर चर्चा कर प्रस्ताव की पूरी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सागर बहुत बड़ा सेंटर है और हम यहां पर मेडिकल की सीट्स 100 से बढ़ाकर 250 करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं अब सागर जिले का प्रभारी मंत्री हूं और प्रतिमाह यहां आऊंगा। इसलिए बीएमसी के सारे विषय प्राथमिकता से पूर्ण किए जाएं।

उन्होंने बीएमसी में कैथ लैब, न्यूरोलॉजी एवं कैंसर हॉस्पिटल की प्रगति को जाना और प्लानिंग की समीक्षा की। विधायक जैन ने उन्हें बताया कि रीवा मेडिकल कॉलेज में कैथ लैब की नई मशीन का ऑर्डर किया गया है, यदि सागर की मशीन भी इसी के साथ आ जाए तो सुविधा रहेगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने आयुक्त चिकित्सा शिक्षा को निर्देशित करते हुए कहा कि सागर की मशीन भी इसी सप्ताह ऑर्डर की जाए, और प्राथमिकता के आधार पर सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कालेज की कमियों को पूरा करते हुए डीपीआर तैयार कर टेंडर जारी करें। इसके अतिरिक्त बीएमसी में एमआरआई मशीन एवम सीटी स्कैन मशीन अविलंब लगाई जाए। रेडियोलॉजी विभाग में सोनोग्राफी के लिए एसआर शिप शुरू करने को लेकर भी चर्चा की जिससे सोनोग्राफी के लिए और भी हैंड मिल सकेंगे। उन्होंने चमेली चौक अस्पताल के जीर्णोधार उपरांत अपग्रेड होने पर वहां भी सामान्य प्रसव शुरू करने के निर्देश दिए। इस संबंध में उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कलेक्टर संदीप जी आर को जिम्मेदारी देते हुए सीएमएचओ को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

उन्होंने मेटरनल मोरटेलिटी रेट (एमएमआर) और इंफैंट मोरटेलिटी रेट (आईएमआर) का मुद्दा उठाया और इसे कम करने की दिशा मे काम करने की जरूरत बताई। जिस पर डीन डॉ पी एस ठाकुर ने जानकारी दी कि स्त्रीरोग विभाग में प्राध्यापक के अतिरिक्त पदों पर भर्ती के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है और यह पद भर जायेंगे तो स्त्रीरोग विभाग में पीजी सीट में वृद्धि हो सकेगी साथ ही गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल में भी मदद मिलेगी।

उपमुख्यमंत्री शुक्ल ने क्रिटिकल केयर यूनिट को बीएमसी अस्पताल की दूसरी मंजिल में खाली पड़ी जगह पर बनाने का सुझाव दिया ताकि उसी के साथ कैंसर अस्पताल के बंकरो का भी निर्माण कर कैंसर मरीजों को इलाज की सुविधा दी जा सके। इसके अतिरिक्त उन्होंने न्यूरोसर्जन के पद निर्माण के मुद्दे पर सीएमई तरुण पिथोड़े से बात कर शीघ्र पद जारी करने के निर्देश दिये।

उन्होंने बैठक के दौरान मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. सुनील सक्सेना की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा कैंसर एवं अन्य बीमारियों में की जा रही सर्जरी का कार्य सराहनीय है।

बीएमसी में सफाई व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में डीन डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि हमने 650 कर्मचारियों का प्रस्ताव शासन को भेजा है, उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने इसे अविलंब स्वीकृति देने की बात कही, इससे बीएमसी को सफाई सुरक्षा हेतु पर्याप्त कर्मचारी मिलेंगे।

समीक्षा बैठक में उन्होंने सभी विभागों के अध्यक्ष एवं चिकित्सक,सीएमएचओ, सिविल सर्जन से परिचय प्राप्त किया और संबंधित विभाग की जानकारी ली।

इस अवसर पर सांसद श्रीमती लता वानखेड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष हीरासिंह राजपूत, गौरव सिरोठिया, कलेक्टर संदीप जीआर, एसपी विकास शाहवाल, शैलेश केसरवानी, डीन डॉ. पीएस ठाकुर, जेडी डॉ. ज्योति चौहान,सीएमएचओ डॉ ममता तिमोरी, सिविल सर्जन डॉ. आर.एस. जयंत, डॉ. रमेश पांडे, डॉ. सौरभ जैन उपस्थित थे।