श्रीशंकर कर घुटने की सर्जरी दोहा में हुई
श्रीशंकर कर घुटने की सर्जरी दोहा में हुई
पूर्व पहलवान नरसिंह यादव डब्ल्यूएफआई एथलीट पैनल के अध्यक्ष चुने गये
पूर्व खिलाड़ी एल चाओबा देवी राष्ट्रीय महिला कोच बनने को तैयार
नई दिल्ली
भारत के लंबी कूद के दिग्गज एथलीट मुरली श्रीशंकर की चोटिल घुटने की दोहा में सर्जरी हुई। वह इस चोट कारण जुलाई-अगस्त में होने वाले पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए हैं।
पच्चीस साल की खिलाड़ी की दोहा में सर्जरी हुई।
श्रीशंकर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘‘दोहा के एस्पेटर अस्पताल में डॉ. ब्रूनो ओलोरी के नेतृत्व में सर्जरी सफल रही। इस कठिन दौर में आपके प्यार और आशीर्वाद के लिए आप सभी को धन्यवाद। मैं सर्जरी के 18 घंटे बाद ही चलने में सक्षम हूं।''
डॉ. ओलोरी फ्रांस के आर्थोपेडिक सर्जन हैं।
एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता श्रीशंकर ने 2023 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 8.37 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीतते हुए पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
उन्हें यह चोट अभ्यास के दौरान लगी थी जिससे वह पूरी सत्र के लिए खेल से दूर हो गये हैं।
श्रीशंकर ने सोशल मीडिया पोस्ट पर अपनी चोट के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था, ''दुर्भाग्य से, यह बुरे सपने की तरह लगता है लेकिन यह हकीकत है, मेरा पेरिस ओलंपिक का सपना टूट गया है।''
उन्होंने कहा, ''मुझे मंगलवार (16 अप्रैल) को ट्रेनिंग के दौरान घुटने की चोट लगी और परीक्षण तथा परामर्श के बाद, यह फैसला किया गया कि मुझे सर्जरी कराने की जरूरत होगी।''
पिछले साल जून में श्रीशंकर तीसरे स्थान पर रहकर डायमंड लीग प्रतियोगिता में शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले तीसरे भारतीय बने थे।
पूर्व पहलवान नरसिंह यादव डब्ल्यूएफआई एथलीट पैनल के अध्यक्ष चुने गये
वाराणसी
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता नरसिंह पंचम यादव यहां भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के एथलीट आयोग का अध्यक्ष चुना गया जिससे खेल की विश्व संचालन संस्था द्वारा अनिवार्य की गयी प्रक्रिया भी पूरी हो गयी।
आयोग के सात स्थानों के लिए कुल आठ दावेदार दौड़ में थे और मतदान के बाद सात सदस्यों को चुना गया। इसके बाद उन्होंने आयोग के अध्यक्ष पद के लिए नरसिंह को चुना।
2016 ओलंपिक से पहले टीम के सदस्य नरसिंह सुर्खियों में आ गये थे जब ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने उनके खिलाफ एक ट्रायल मुकाबले का अनुरोध किया था जबकि वह चोट के कारण क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में नहीं खेल पाये थे।
सुशील ने दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और उनकी अपील खारिज होने के बाद पुष्टि हो गयी कि नरसिंह ही रियो ओलंपिक जायेंगे। लेकिन हैरानी की बात रही कि नरसिंह ओलंपिक से पहले करायी गयी दो डोप जांच में विफल हो गये थे जिससे खेल पंचाट ने उन्हें चार साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। हालांकि राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने उन्हें यह कहते हुए पाक साफ करार कर दिया था कि वह साजिश के कारण डोप जांच में पॉजिटिव आये थे।
खेल पंचाट का फैसला नरसिंह के शुरूआती मुकाबले से एक दिन पहले ही आया था जिससे वह रियो से बिना खेले ही वापस लौट आये थे। उनका प्रतिबंध जुलाई 2020 को खत्म हुआ और उन्होंने कहा कि था कि यह घटनाक्रम साजिश का हिस्सा था।
एथलीट आयोग के लिए चुने गये अन्य सदस्य साहिल (दिल्ली), स्मिता ए एस (केरल), भारतीय भाघेई (उत्तर प्रदेश), खुशबू एस पवार (गुजरात), निक्की (हरियाणा) और श्वेता दुबे (बंगाल) हैं।
खेल की अंतरराष्ट्रीय संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू ने डब्ल्यूएआई का निलंबन हटाते हुए कहा था कि संजय सिंह की अगुआई वाली राष्ट्रीय महासंघ के लिए पहलवानों की शिकायतों को निपटाने के लिए एथलीट आयोग गठित करना अनिवार्य होगा।
पूर्व खिलाड़ी एल चाओबा देवी राष्ट्रीय महिला कोच बनने को तैयार
नई दिल्ली,
आईएम विजयन की अगुआई वाली अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की तकनीकी समिति ने पूर्व खिलाड़ी लांगम चाओबा देवी के नाम की सिफारिश राष्ट्रीय महिला फुटबॉल कोच पद के लिए की है जिससे वह इस पद की जिम्मेदारी लेने को तैयार हैं।
देवी (51 वर्ष) ने फिलीपींस में 1999 एशियाई चैम्पियनशिप में राष्ट्रीय टीम की कप्तानी की थी। वह भारतीय टीम की सहायक कोच भी रह चुकी हैं। मणिपुर की इस खलाड़ी ने 1998 बैंकाक एशियाई खेलों में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था।
एआईएफएफ ने एक बयान में कहा, ''काफी सोच विचार के बाद समिति ने एल चाओबा देवी के नाम की सिफारिश भारतीय सीनियर महिला राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच पद के लिए की है।’’
देवी पूर्वोत्तर की एकमात्र महिला कोच हैं जिनके पास एएफसी का 'ए' लाइसेंस कोचिंग प्रमाण पत्र है।
एआईएफएफ की कार्यकारी समिति इस सिफारिश को अगली बैठक में मंजूरी देगी। सिफारिश का मतलब लगभग नियुक्ति तय होना है।
तकनीकी समिति ने विजयन की अध्यक्षता में वर्चुअल बैठक में यह सिफारिश की जिसमें पिंकी भोंपल मगर, शब्बीर अली, विक्टर अमलराज, संतोष सिंह और क्लाइमेक्स लॉरेंस शामिल थे।
समिति ने प्रिया पीवी और रोनीबाला चानू के नाम की सिफारिश क्रमश: सहायक और गोलकीपिंग कोच के पद के लिए की है।
समिति ने पुरुष अंडर-16 और अंडर-19 टीम के कोच की नियुक्ति पर भी चर्चा के बाद कुछ नामों की सिफारिश की।