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रेवन्ना के अश्लील वीडियो की सिद्दारमैया ने एसआईटी जांच के दिए आदेश

बेंगलुरु.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने जनतादल-एस सांसद प्रज्वल रेवन्ना से जुड़े अश्लील वीडियो मामले में निर्णायक कार्रवाई की है और परेशान करने वाले आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की घोषणा की है। सिद्दारमैया ने कहा, “सरकार ने प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो मामले में एक विशेष जांच दल बनाने का फैसला किया है। हसन जिले में अश्लील वीडियो क्लिप प्रसारित हो रहे हैं, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि महिलाओं का यौन उत्पीड़न किया गया है।”

सिद्दारमैया ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक आधिकारिक बयान में उन्होंने कहा,“इस पृष्ठभूमि में, महिला आयोग की अध्यक्ष ने एसआईटी जांच कराने के लिए सरकार को पत्र लिखा था। यह निर्णय उनके अनुरोध के जवाब में लिया गया है।” गौरतलब है कि सिद्दारमैया ने यह कदम हसन जिले में कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की घटनाओं को दर्शाने वाले अश्लील वीडियो क्लिप के प्रसार पर बढ़ती चिंताओं के बीच उठाया गया है।

कर्नाटक राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ नागलक्ष्मी चौधरी ने सिद्दारमैया और राज्य पुलिस प्रमुख आलोक मोहन को 25 अप्रैल को लिखे अपने पत्र में जांच का अनुरोध किया। महिला पैनल ने तत्काल हसन में वायरल सेक्स वीडियो की गहन जांच की भी मांग की। इस घटनाक्रम से पहले, कर्नाटक राज्य महिला आयोग में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें स्थिति की गंभीरता और न्याय के लिए सार्वजनिक आक्रोश को उठाया गया था।

सामने आ रहे इस मामले के बीच प्रज्वल रेवन्ना ने अपने चुनाव एजेंट के माध्यम से उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से हेरफेर किए गए वीडियो के प्रसार का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज की। जद-एस और भारतीय जनता पार्टी दोनों का प्रतिनिधित्व करने वाले एमजी पूर्णचंद्र तेजस्वी ने एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि नवीन गौड़ा समेत अन्य लोग जद-एस सांसद को बदनाम करने की कोशिश के साथ छेड़छाड़ किए गए वीडियो और छवियों को प्रसारित करने में शामिल थे।

बढ़ती चिंताओं के बीच कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भाजपा और जद-एस के प्रमुख लोगों से जवाब मांगा। उन्होंने रविवार को यहां अपने संबोधन के दौरान इस विवादास्पद मामले की जानकारी होने का संकेत देते हुए उनका ध्यान जद-एस के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारस्वामी की ओर दिलाया। उन्होंने न केवल कुमारस्वामी से बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा और केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे सहित प्रभावशाली हस्तियों के कैडर से भी प्रतिक्रिया का आग्रह किया।
उन्होंने कहा,“कुमारन्ना उस पेन ड्राइव की सामग्री के लिए कोई अजनबी नहीं हैं। उन्होंने इसे पहले प्रदर्शित किया था, अपनी जेब में रखा था। मैं तब इसकी सामग्री के बारे में नहीं जानता था, लेकिन अब, यह मुझे आश्चर्यचकित करता है। कुमारस्वामी को इसके लिए जवाब देना चाहिए।”

आरोपों और उंगली उठाने के बीच शिवकुमार ने परेशान करने वाले खुलासों के आलोक में पारदर्शिता और जवाबदेही का आह्वान करते हुए मीडिया जांच की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कुमारस्वामी को कड़ी चेतावनी देते हुए विवाद को और उलझने के प्रति आगाह किया है।” शिवकुमार ने कहा,“मीडिया की कहानी सच्चाई से मेल नहीं खाती है। यह सिर्फ किसी नेता के बारे में नहीं है। यह हसन लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सांसद से संबंधित है।”