Madhya Pradesh

मध्यप्रदेश के कई जिलों में भीषण गर्मी, रतलाम में सबसे अधिक तापमान 42.6° दर्ज हुआ

भोपाल

बुधवार से अप्रैल माह के दूसरे पखवाड़े की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में प्रदेश में बीते दिनों सक्रिय रहे सिस्टम के चलते बारिश का दौर देखा गया. वहीं अब एक बार फिर चिलचिलाती धूप अपना असर दिखाने लगी है. मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल माह के दूसरे पखवाड़े में बुधवार से ही गर्मी अपना रौद्र रूप दिखाने लगी है. प्रदेश में जहां कई जिलों में तेज गर्मी पड़ रही है, तो वहीं कुछ जिलों में हल्की बारिश का मौसम भी हो गया है.

बुधवार को खरगोन और बालाघाट में गरज के साथ हल्की बूंदाबांदी देखी गई. साथ ही दक्षिण मध्य प्रदेश के सिवनी, पंढुर्ना, मंडला, धार, बड़वानी, बुरहानपुर और बैतूल में शाम के समय बिजली गिरने के साथ हल्की बारिश हुई. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, प्रदेश में इस समय लू जैसी तपिश के बीच दिन और रात के तापमान में लगभग 10 से 15 डिग्री तक का अंतर देखा जा रहा है. कई शहरों में दिन का तापमान 38 से 43 डिग्री के बीच देखा जा रहा है.

बुधवार को प्रदेश के 9 शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया। इनमें रतलाम, नर्मदापुरम, खंडवा, शाजापुर, खरगोन, नरसिंहपुर, उज्जैन, धार और गुना शामिल हैं। सबसे गर्म रतलाम रहा। जहां तापमान 42.6 डिग्री दर्ज किया गया। नर्मदापुरम में 41.6 डिग्री, खंडवा में 41.5 डिग्री, शाजापुर में 41.1 डिग्री और खंडवा-नरसिंहपुर में पारा 41 डिग्री रहा। उज्जैन में 40.7 डिग्री, धार में 40.4 डिग्री और गुना में पारा 40.3 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग ने गुरुवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्से में गर्मी का असर रहने की संभावना जताई है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर में भी पारे में बढ़ोतरी हो सकती है।

धार-पांढुर्णा में तेज बारिश का दौर

प्रदेश में बुधवार को गर्मी के साथ बारिश का दौर भी रहा। धार के मनावर में शाम को आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। वहीं, पांढुर्णा में भी पानी गिरा। रात में खरगोन, बालाघाट, सिवनी, मंडला, बड़वानी, बुरहानपुर और बैतूल में भी मौसम बदला रहा।

सिस्टम पड़ा कमजोर, अब पड़ेगी गर्मी
वहीं रात का तापमान 20 से 23 डिग्री के आसपास बना हुआ है. राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां दिन का तापमान बीते दिन की तरह ही 40 डिग्री के करीब दर्ज किया गया. मंगलवार के मुकाबले इसमें 0.3 डिग्री की बढ़ोतरी हुई. हालांकि रात के तापमान में 1.2 डिग्री की उछाल के साथ पारा 26 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम वैज्ञानिक वीरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि जिन मौसमी सिस्टम के कारण बादल, तेज हवा और बूंदाबांदी जैसा मौसम बना था. इस तरह के सिस्टम अब कमजोर पड़ चुका है. अब भोपाल सहित अधिकांश जिलों में पारा बढ़ेगा.

इन जिलों में बारिश हुई
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के उज्जैन संभाग के जिलों में पारा सामान्य से 2 डिग्री अधिक रहा. साथ ही इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में कहीं-कहीं पर हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई. हालांकि नर्मदापुरम जिले में रात का न्यूनतम तापमान सबसे ज्यादा 27.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ. साथ ही पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के 2 जिलों में हल्की बूंदाबांदी देखने को मिली. पश्चिमी मध्य प्रदेश के धार जिले के उमरवन में 2 मिमी बारिश हुई. इसके अलावा धार जिले के धरमपुरी में 2 मिमी और बड़वानी के ठीकरी में 1 मिलीमीटर बारिश हुई.

बारिश-वज्रपात का भी अलर्ट
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गुरुवार को प्रदेश के 6 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. इसमें खरगोन, बड़वानी, झाबुआ, धार, सिवनी और बालाघाट जिले में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है.

रतलाम में पारा सबसे ज्यादा
पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में सबसे अधिक तापमान रतलाम जिले में 42.6 डिग्री दर्ज हुआ. इसके अलावा नर्मदापुरम जिले में 41.6 डिग्री, खंडवा में 41.5 डिग्री, खरगोन/नरसिंहपुर में 41 डिग्री और उज्जैन में 40.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ. वहीं न्यूनतम तापमान की बात करें तो पचमढ़ी (नर्मदापुरम) में पारा सबसे कम 18.4 डिग्री, अमरकंटक (अनूपपुर) में 18.9 डिग्री, नौगांव (छतरपुर) में 20.1 डिग्री, आंवरी (अशोकनगर) में 20.7 डिग्री और खजुराहो (छतरपुर) में 20.9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ.

उज्जैन में रही गर्मी
प्रदेश के पांच बड़े शहरों के अधिकतम तापमान की बात करें तो बुधवार को उज्जैन का अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा दर्ज किया गया. यहां पारा 40.7 डिग्री दर्ज हुआ. इसके अलावा इंदौर का अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री, भोपाल में 39.8 डिग्री, ग्वालियर में 39.2 डिग्री और जबलपुर में 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ.

    तीसरा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के जोर पकड़ने के साथ इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, नर्मदापुरम संभागों में न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। पूरे प्रदेश में दिन में अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। 2 से 3 दिन लू चल सकती है। हल्की बारिश होने की संभावना है।
    चौथा सप्ताह: उत्तर-पश्चिमी हवाओं के लगातार जोर पकड़ने के साथ न्यूनतम तापमान पूरे प्रदेश में सामान्य से 3-4 डिग्री अधिक यानि 27 से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। दिन के साथ रातें भी गर्म हो जाएंगी। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में पारा 43-45 डिग्री जबकि इंदौर, उज्जैन-भोपाल सहित बाकी प्रदेश में 41 से 44 डिग्री सेल्सियस तापमान रह सकता है। बंगाल क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम की वजह से अप्रैल के आखिरी में 3 से 4 दिन तक लू का असर रह सकता है।

पहले-दूसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश अप्रैल के पहले और दूसरे सप्ताह में तेज गर्मी और बारिश का दौर बना रहा। पहले सप्ताह में सभी संभागों में सामान्य से 2-3 डिग्री ज्यादा 21-24 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, दिन में पश्चिमी गर्म हवाओं के कारण अधिकतम तापमान इंदौर, सागर और नर्मदापुरम संभागों में सामान्य से ज्यादा 39 से 44 डिग्री तक पहुंच गया। उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर समेत बाकी संभागों में यह 41 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। पहले सप्ताह रतलाम में लू चल चुकी है। वहीं, बाकी शहरों में गर्म हवाओं से गर्मी बढ़ी रही।

दूसरे सप्ताह में पूरे प्रदेश में तेज आंधी, बारिश, ओले और गरज-चमक की स्थिति बनी रही। प्रदेश के 80 प्रतिशत हिस्से में बारिश हुई। दूसरी ओर, कुछ जिलों में गर्मी का असर भी रहा।

अब हीट वेव चलेगी अप्रैल-मई में हीट वेव का असर ज्यादा मध्यप्रदेश में मार्च से गर्मी के सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसी ट्रेंड के अनुसार अगले 3 महीने तेज गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने मई तक 15 से 20 दिन हीट वेव चलने का अनुमान जताया है। अप्रैल-मई में 30 से 35 दिन तक गर्म हवा चल सकती है। अप्रैल में दूसरे पखवाड़े में अलग-अलग जिलों में हीट वेव का असर देखने को मिलेगा।

अब जानिए, 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी के बारे में मध्यप्रदेश में अप्रैल के दूसरे पखवाड़े से गर्मी का असर तेज होने लगता है। महीने के आखिरी दिनों में तो तापमान रिकॉर्ड तोड़ देता है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के 10 साल की डेटा बेस्ड स्टडी में सामने आया कि भोपाल-इंदौर में पारा 43 डिग्री तक पहुंचा जबकि जबलपुर में आंकड़े ने 44 डिग्री को छू लिया। ग्वालियर में तो तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच चुका है। पिछले तीन साल इन शहरों में तेज गर्मी पड़ी। इस बार भी तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है।

भोपाल: 1996 में पड़ी थी सबसे ज्यादा गर्मी, बारिश भी हुई अप्रैल में गर्मी के ट्रेंड की बात करें तो भोपाल में 29 अप्रैल 1996 को अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस पहुंचा था। इस महीने भोपाल में बारिश-आंधी के आसार भी बनते हैं। यही कारण है कि पिछले कुछ सालों से अप्रैल में बारिश का दौर चल रहा है।

20 अप्रैल 2013 को भोपाल में 24 घंटे के भीतर 30.8 मिमी यानी एक इंच से ज्यादा बारिश हुई थी। वहीं, 2023 में 22.6 मिमी पानी गिरा था। 17-18 अप्रैल को तापमान 40.9 डिग्री सेल्सियस रहा था।