Madhya Pradesh

छात्रों को भारतीय संस्कृति से जोड़ने में महत्ती भूमिका निभा रहा सरस्वती विद्यालय: मंत्री श्रीमती उईके

भोपाल
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती संपतिया उईके ने सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैढ़न में आयोजित ‘हम होंगे कामयाब पखवाड़ा’ के समापन कार्यक्रम में छात्रों से संवाद किया। उन्होंने विद्यालय की अनुशासनात्मक परंपरा और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।मंत्री श्रीमती उईके ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप प्रदेश में छात्रों को भारतीय संस्कृति और नैतिक मूल्यों से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी देश के भविष्य हैं। अनुशासन और कठिन परिश्रम से हर मंजिल को पाया जा सकता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नए भारत के सपने को साकार करने में आप सभी की अहम भूमिका होगी। इसलिए पूरी लगन और समर्पण के साथ अध्ययन करें।

मंत्री ने विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करते हुए सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल पूछे, जिनमें राजकीय पशु, राजकीय वृक्ष और भारत का इतिहास संबधी प्रश्न शामिल थे। छात्रों की तत्परता और उत्तरों से प्रसन्न होकर उन्होंने उनकी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सरस्वती विद्यालय भारतीय संस्कृति के संरक्षण और छात्रों के सर्वांगीण विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

महिला सुरक्षा पर विशेष ध्यान
श्रीमती उईके ने महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के विषय में अपने विचार साझा किए। उन्होंने छात्राओं को आत्मरक्षा, कानून और जागरूकता के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों और सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए। परिवार और समाज में समानता का माहौल बनाते हुए बेटे और बेटियों के बीच भेदभाव खत्म करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा और अवसरों का विस्तार अनिवार्य है।

पखवाड़ा के उद्देश्य और उपलब्धियां
‘हम होंगे कामयाब पखवाड़ा’ के दौरान छात्रों को लिंग आधारित हिंसा की रोकथाम, पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सेवा से जुड़े विभिन्न विषयों पर जागरूक किया गया। इस पहल के जरिए बच्चों में सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिकता के बीज बोने का कार्य किया गया। मंत्री श्रीमती उईके ने विद्यालय के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे जिले का गौरव बताया और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।