मुश्किल में समाजवादी पार्टी का मुफ्त बिजली अभियान… चुनाव आयोग ने मांगा जवाब…
इंपैक्ट डेस्क.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर है। एक तरफ समाजवादी पार्टी अगड़ा बनाम पिछड़ा करने की तैयारी में है तो वहीं भाजपा ने उसकी और कांग्रेस की काट करते हुए ‘M’ कार्ड चल दिया है। भाजपा चुनाव के नैरेटिव को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर लाना चाहती है। यही वजह है कि एक तरफ अमित शाह ने कैराना से चुनाव प्रचार की शुरुआत की तो वहीं लखनऊ में अदिति सिंह, अपर्णा यादव जैसी महिला नेता सुरक्षा के मुद्दे पर प्रचार के लिए उतरीं। फिलहाल उत्तर प्रदेश का चुनाव प्रचार बेहद रोचक हो चला है और मुकाबला कड़ा नजर आ रहा है। इसके अलावा पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी कैंपेन तेज हो गया है।
मुफ्त बिजली अभियान पर मुश्किल में सपा, चुनाव आयोग ने मांगा जवाब
समाजवादी पार्टी की ओर से सरकार बनने के बाद 300 यूनिट बिजली मुफ्त दिए जाने के वादे के साथ रजिस्ट्रेशन कराने पर चुनाव आयोग ने जवाब मांगा है। सपा के इस अभियान को लेकर आयोग से शिकायत की गई थी। इसे प्रलोभन देने का मामला बताते हुए शिकायत की गई थी। अब आयोग ने सभी जिलों के निर्वाचन अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है।
अखिलेश ने राधामोहन दास अग्रवाल को दिया सपा में आने का न्यौता
गोरखपुर सीट से भाजपा के विधायक रहे राधामोहन दास अग्रवाल को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि वह पढ़े-लिखे नेता हैं। लेकिन हम किसी के परिवार में झगड़ा नहीं कराना चाहते। यह काम भाजपा कराती है। अखिलेश यादव ने कहा कि यदि वह सपा में आना चाहें तो उनका स्वागत है। अखिलेश यादव ने कहा कि जनता पूछेगी कि गोरखपुर में अच्छी सड़कें क्यों नहीं है। शहर में आधुनिक सुविथाएं क्यों नहीं हैं। योगी आदित्यनाथ को इन सभी बातों का जवाब देना होगा। बता दें कि अग्रवाल गोरखपुर से लंबे समय से विधायक रहे हैं, लेकिन अब योगी आदित्यनाथ के उस सीट से लड़ने के फैसले के चलते उन्हें इस बार टिकट नहीं मिल पाया है।