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देश के पहले वोटर के जज्बे को सलाम : 106 की उम्र में घर नहीं मतदान केंद्र में डालेंगे वोट…

इम्पैक्ट डेस्क.

देश के पहले वोटर श्याम सरण नेगी के जज्बे को यकीनन सभी वोटर सलाम करेंगे। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कल्पा निवासी 106 साल की उम्र में भी नेगी घर में नहीं, बल्कि मतदान केंद्र जाकर अपना वोट डालेंगे।12 नवंबर को मतदान के दिन वोट स्वयं डालने की इच्छा से सभी लोग उनकी जमकर तारीफ भी कर रहे हैं। साथ ही लोग मतदान के दिन अधिक संख्या में मतदान केंद्र पहुंचकर अपने मत का प्रयोग करने का संकल्प भी ले रहे हैं।

आपको बता दें कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा उम्रदराज वोटरों के लिए वोट डालने की व्यवस्था करता है। 80 साल से ज्यादा उम्र के वोटरों के लिए घर से ही मतदान करने की सुविधा दी जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिला प्रशासन द्वारा नेगी को फॉर्म-12D दिया गया था, ताकि वह अपने घर में ही मत का प्रयोग कर सकें।

लेकिन, ठीक इसके उलट नेगी ने फॉर्म-12D को प्रशासन को वापस लौटाते हुए खुद ही मतदान केंद्र जाकर वोट डालने की इच्छा जाहिर की है। शारीरिक कमजोरी होने के बावजूद भी नेगी का मतदान करने का जज्बा काबिले तारीफ है। नेगी का जन्म 1 जुलाई 1917 को हुआ था।  

2017 के विधानसभा चुनाव में भी नेगी ने मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डालकर अपने पसंदीदा प्रत्याशी को चुना था। सूत्रों की बात मानें तो पिछली बार की तरह ही इस बार भी जिला प्रशासन ने नेगी के स्वागत के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रशासन द्वारा मतदान केंद्र में नेगी का स्वागत रेड कारपेट पर किया जाएगा। 

गांव में ‘मास्टर जी’ के नाम से जाने जाते हैं श्याम सरण नेगी 
श्याम सरण नेगी को पूरा गांव अच्छी तहर से जानता है। वोट डालने के उनके इस जज्बे को सभी गांववासी जमकर उनकी तारीफ करते हैं। उनके गांव और आसपास के गांव में रहने वाले लोग उनकी बहुत ही इज्जत करते हैं। गांव वाले उनको प्यार से ‘मास्टर जी’के नाम से जानते हैं। शारीरिक कमजोरी की वजह से व्हील चेयर पर बैठे होने के बावजूद भी नेगी वोट डालने मतदान केंद्र जरूर जाते हैं। नेगी की लोगों से अपील भी है कि वह मतदान के दिन अपने-अपने घरों से निकलकर वोट डालने मतदान केंद्र जरूर जाएं। 

1952 में हुए थे पहले चुनाव
1947 में भारत को मिली आजादी के बाद देश में पहली बार 1952 में आम चुनाव के लिए मतदान हुए थे। लेकिन, मौसम की वजह से हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में पांच माह पहले ही 1951 में चुनाव हुए थे। चुनाव के समय नेगी किन्नौर के मूरंग स्कूल में अध्यापक थे और चुनाव में उनकी ड्यूटी भी लगी थी। उस दौरान उन्होंने पहली बार मतदान किया था। मतदान के बाद नेगी को देश के पहले मतदाता होने  का दर्जा प्रापत हुआ था। मालूम हो कि 2014 में हुए चुनाव में नेगी को ब्रांड एंबेसडर भी नियुक्त किय गया था।