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‘कुर्स्क अभियान में रूस ने खोए 38000 जवान’, यूक्रेन के प्रधानमंत्री जेलेंस्की का दावा

कीव.

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 1000 दिनों से युद्ध जारी है। इस बीच यूक्रेन ने रूसी क्षेत्र कुर्स्क पर हमला किया। इस हमले पर बात करते हुए हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बताया कि इलाके में रूस ने अपने 38000 जवानों को खो दिए। इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र में बफर जोन और रूसी सैन्य संपत्तियों को नष्ट करने पर जोर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, "कुर्स्क क्षेत्र में हमारी कार्रवाई को आज पांच महीने पूरे हो चुके हैं। हम रूसी क्षेत्र में बफर जोन को बरकरार रखे हुए हैं। वहां उनके सैन्य ताकतों को नष्ट कर रहे हैं। कुर्स्क अभियान के दौरान दुश्मनों ने अपने लगभग 38000 सैनिकों को खो दिया।" उन्होंने आगे कहा, "रूस ने कुर्स्क में अपने सबसे मजबूत सैनिकों को तैनात किया था, जिसमें उत्तर कोरिया के सैनिक भी शामिल थे। महत्वपूर्ण बात यह है कि इन लोगों को अब अन्य मोर्चों पर पुन:निर्देशित नहीं किया जा सकता है।" जेलेंस्की ने अपने सभी सैनिकों की सराहना की। उन्होंने कहा, "मैं अपने सभी योद्धाओं का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने यूक्रेन को अधिक सुरक्षा और ताकत प्रदान की।" बता दें कि यूक्रेन ने रविवार को कुर्स्क में जवाबी हमले किए। इन हमलों के साथ रूस को चेतावनी दी गई कि मॉस्को को वह मिल रहा है, जिसका वह हकदार है। यूक्रेनी सेंटर फॉर काउंटरिंग डिसइनफॉर्मेशन के प्रमुख एंड्री कोवलेंको ने बताया कि क्षेत्र में घुसपैठ करने के कुछ दिन बाद ही यूक्रेनी सेना ने कुर्स्क के विभिन्न इलाकों में हमले किए। टेलीग्राम पर साझा की गई एक पोस्ट में उन्होंने कहा, "कुर्स्क क्षेत्र, अच्छी खबर है। रूस को वह मिल रहा है, जिसका वह हकदार है।"

यूक्रेनी सेना ने पहली बार अगस्त में कुर्स्क में घुसपैठ की थी। इस दौरान उन्होंने अधिकांश क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। रूस ने यूक्रेनी सेनाओं को क्षेत्र से हटाने के लिए उत्तर कोरिया के सैनिकों की मदद ली। रविवार को रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने उनकी आक्रमण को रोकने के लिए जवाबी हमले किए थे और बर्डिन गांव के पास यूक्रेनी हमले को नाकाम किया। रूस ने हवाई शक्ति का इस्तेमाल किया और कहा कि सुदज़ा जिले में सक्रिय शत्रुता थी। दुश्मन बख्तरबंद वाहनों पर मोबाइल समूहों में काम कर रहा था।