Breaking NewsBusiness

रिलायंस इंडस्ट्रीज ऑयल ट्रेडिंग का पुनर्गठन कर रही, दुबई में तैनात टीम को वापस बुलाया

नई दिल्ली
देश की सबसे वैल्यूएबल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज तेल के बिजनस में बड़ा फेरबदल करने की तैयारी में है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने ट्रेडिंग ऑपरेशंस का पुनर्गठन कर रही है। इसमें दुबई से क्रूड ऑयल ट्रेडिंग टीम को वापस बुलाना शामिल है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। रिलायंस जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा रिफाइनिंग कॉम्प्लेक्स चलाती है। उसकी योजना इस साल के अंत तक दुबई से अपनी क्रूड ट्रेडिंग टीम को वापस बुलाने की है। सूत्रों का कहना है कि रिलायंस ने कच्चे तेल की सप्लाई के लिए रूस के साथ लॉन्ग-टर्म एग्रीमेंट किया है। इससे स्पॉट कार्गो खरीदने की जरूरत कम हो गई है।

एक सूत्र ने कहा कि रिलायंस की अब रूस के साथ क्रूड इम्पोर्ट डील हो गई है। साथ ही उसकी मिडिल ईस्ट के बड़े प्रॉड्यूसर देशों के साथ भी डील है। इसलिए दुबई में स्टाफ पर ज्यादा खर्च करने का कोई मतलब नहीं रह गया है। इस बारे में रिलायंस ने ईमेल का जवाब नहीं दिया। 2021 में रिलायंस ने ऑयल और रिफाइंड फ्यूल की ट्रेडिंग के लिए यूएई में एक ऑफिस खोलने की घोषणा की थी। इसके एक साल बाद मुकेश अंबानी की कंपनी ने अपनी क्रूड ट्रेडिंग टीम को दुबई भेजा था। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुबई रूसी तेल के व्यापार का हब बनकर उभरा था।

जामनगर रिफाइनरी

रिलायंस अपनी जरूरत का 40% कच्चा तेल रूस से आयात करती है। जामनगर में रिलायंस की रिफाइनरी में रोजाना 14 लाख बैरल तेल को प्रोसेस किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक रिलायंस के दुबई ऑफिस में करीब 20 ट्रेडर्स हैं। सूत्रों ने कहा कि तीन-चार को छोड़कर बाकी सबको मुंबई बुला लिया जाएगा। बाकी लोगों को भी धीरे-धीरे मुंबई हेडक्वार्टर वापस लाया जाएगा। कंपनी ने पहले ही इस बारे में दुबई के ट्रेडर्स को बता दिया है। लेकिन कंपनी अपनी प्रॉडक्ट ट्रेडिंग टीम को लंबे समय तक दुबई में बनाए रखना चाहती है।

रिलायंस का दुबई के अलावा ह्यूस्टन और लंदन में भी ट्रेडिंग ऑफिस है। कंपनी लंदन में अपनी टीम को बढ़ाना चाहती है। पिछली तिमाही में रिलायंस ने अपने पेट्रोकेमिकल ट्रेडि को दुबई से मलेशिया ट्रांसफर कर दिया था। मलेशिया में उसकी प्रॉडक्शन फैसिलिटीज हैं। रिलायंस की मलेशिया में दो कंपनियां हैं। इनमें इंटिग्रेटेड पॉलिस्टर और टेक्सटाइल कंपनी रेक्रॉन और आरपी केमिकल्स शामिल हैं।