Madhya Pradesh

राजेंद्र शुक्ल बोले- हमें ऐसा विकास नहीं चाहिए कि हमारे बच्चे संस्कारहीन हो जाएं

शहडोल

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा, आर्थिक समृद्धि के साथ आध्यात्मिक समृद्धि भी आवश्यक है। हमें ऐसा विकास नहीं चाहिए कि हमारे बच्चे संस्कारहीन हो जाएं। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा है कि परिवार के सर्वांगीण उन्नति एवं प्रगति के लिए प्यार और संस्कार चाहिए। जो हमें अध्यात्म और संस्कारों से मिलेगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकारें अपने सुशासन से इस देश को आर्थिक महाशक्ति बना रहे हैं। किंतु आर्थिक विकास के साथ-साथ हमारा आध्यात्मिक और नैतिक विकास भी आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आर्थिक महाशक्ति देश बन रहा है तथा धर्म गुरुओं के नेतृत्व में भारत विश्व गुरु भी बनेगा। उन्होंने कहा की साल 2047 तक 100 वर्ष आजादी के पूरे हो रहे हैं और 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में अनेकों जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित हो रही हैं तथा आगे भी योजनाओं को संचालित करने की जिम्मेदारी सरकारों की होगी।

माफियाओ के विरुद्ध सख्त कार्रवाई
उन्होंने कहा कि नशे के अवैध व्यापार करने वाले माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और माफियाओं को जेल भेजा जाएगा। नशे की लत से आने वाली पीढ़ी बर्बाद हो रही है और यदि आने वाली पीढ़ी ही बर्बाद होगी तो देश विकसित राष्ट्र कैसे बन सकता है। नशा मुक्ति के लिए सामाजिक संगठन, सरकार और प्रशासन के साथ मिलकर काम करना होगा।

उन्होंने कहा कि नशे की चपेट में आने वाली व्यक्तियों को नशा मुक्ति केंद्र भेजा जा रहा है और उन्हें नशे के खिलाफ प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हर माता-पिता का सपना होता है कि बच्चे आगे बढ़ें। लेकिन नशे की लत में आने के कारण माता-पिता के बच्चों का सपना पूरा नहीं हो पता है। उन्होंने कहा कि अवैध नशे का व्यापार करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए शहडोल में भी जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन अभियान चलाए और नशे के अवैध व्यापार करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई कर जेल में डाले।

प्रदेश के उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि नवरात्रि का पर्व देश भर में धूमधाम से मनाया जाता है और नवरात्रि के पर्व में 28 वर्षों से दुर्गा अखंड का पाठ मऊ में शक्ति पुत्र महाराज जी के द्वारा निरंतर किया जा रहा है। नवरात्रि का पर्व शक्ति की आराधना के दिन होते हैं। बिना शक्ति के कुछ भी संभव नहीं है। धार्मिक पर्व में आस्था के साथ आए और अच्छा ज्ञान लेकर जाए। ब्यौहारी के पंच ज्योति शक्ति तीर्थ सिद्ध आश्रम मऊ में आयोजित संकल्प साधना शिविर के दौरान शक्तिपुत्र महाराज द्वारा पर्यावरण की संरक्षण एवं संवर्धन के लिए वृक्षारोपण, नशा मुक्ति, खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने जैसे अन्य संकल्प दिलवाए गए।