अमेठी में राहुल के चुनावी रण में उतरने की तैयारी शुरु
अमेठी में राहुल के चुनावी रण में उतरने की तैयारी शुरु
प्रधानमंत्री मोदी आज से दो दिवसीय दौरे पर आयेंगे झारखंड
गुलाम नबी आजाद ने अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव स्थगित करने के फैसले का किया स्वागत
अमेठी,
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड के सांसद राहुल गांधी के उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र में चुनावी रण में उतरने की अटकलें तेज हो गयी हैं।
दरअसल, गांधी परिवार के वकील केसी कौशिक और सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा यहां कांग्रेस कार्यालय पहुँचे है। बताया जा रहा है कि श्री कौशिक राहुल गांधी के नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने में जुटे है। वहीं के एल शर्मा कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर रहे है।
सूत्रों का दावा है कि कुछ ही देर बाद राहुल गांधी के नाम नामांकन पत्र खरीदा जाएगा। कल यानी शुक्रवार एक बजे राहुल गांधी के नामांकन करने की चर्चा है।
यहां 20 मई को पांचवे चरण में मतदान होगा। नामांकन के लिए तीन मई अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। नामांकन में सिर्फ 24 घंटे का समय बचा हुआ है। फिर भी काग्रेस प्रत्याशी के नाम की अभी तक घोषणा नही हुई है। चर्चा है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नही हुई है।
किशोरी लाल शर्मा ने कहा “ हमारी सबकी एक ही मांग है गांधी परिवार का सदस्य ही चुनाव लड़े। हालांकि यह तय पार्टी हाइकमान करेगा। जो उनका आदेश होगा वही होगा।आज मीटिंग की जा रही है वो सब गांधी परिवार के लिए ही हो रहा है।अमेठी के कार्यकर्ताओं की मांग है कि राहुल गांधी ही अमेठी से चुनाव लड़े।हम सब के लिये तैयार है।”
प्रधानमंत्री मोदीआज से दो दिवसीय दौरे पर आयेंगे झारखंड
रांची
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन मई को दो दिवसीय झारखंड दौरे पर आ रहे हैं। प्रधानमंत्री तीन मई को चाईबासा में जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह राजभवन जाने के दौरान रांची में रोड शो भी करेंगे। फिर राजभवन में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन चार मई को पलामू और लोहरदगा में उनकी चुनावी सभा निर्धारित है। इस दौरान सुरक्षा में किसी तरह की कोई चूक ना हो, इसको लेकर रांची पुलिस ने सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है। प्रधानमंत्री का रोड शो जिस रास्ते से गुजरेगा, उसके दोनों तरफ बैरिकेडिंग भी की जा रही है। रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा में जिला पुलिस और केंद्रीय बल के जवान तैनात रहेंगे।
गुलाम नबी आजाद ने अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव स्थगित करने के फैसले का किया स्वागत
राजौरी/ जम्मू
डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव स्थगित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत किया और कहा कि इससे अनेक राजनीतिक दलों को राहत मिली है।
आजाद ने संसदीय चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों के महत्व पर बात की और कहा कि विधानसभा का होना और विधायकों का निर्वाचन बहुत जरूरी है।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कभी भी शुरुआत की जा सकती है। भारत निर्वाचन आयोग के फैसले ने हमें राहत पहुंचाई है। मैं यह सही निर्णय लेने के लिए निर्वाचन आयोग का आभार व्यक्त करता हूं। फैसले से सभी राजनीतिक दलों को फायदा होगा और सभी दल खुश हैं।’’
अनंतनाग-राजौरी सीट पर अपनी पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद सलीम के लिए राजौरी में प्रचार कर रहे आजाद ने कहा कि निर्वाचन आयोग को इस निर्वाचन क्षेत्र में छठवें या सातवें चरण में मतदान कराना चाहिए था। इस सीट पर सलीम का मुकाबला पीडीपी की महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ से है।
आजाद ने बताया कि उन्होंने और अन्य राजनीतिक दलों ने मुगल रोड खुलने तक चुनाव स्थगित करने का अनुरोध आयोग से किया था। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र में यात्रा संबंधी चुनौतियों का जिक्र किया।
आजाद ने कहा, ‘‘ जम्मू होते हुए कश्मीर से पुंछ पहुंचने में तीन दिन लगते हैं और वापस आने में भी तीन दिन लगते हैं। एक निर्वाचन क्षेत्र में एक इलाके से दूसरे तक आने जाने में छह दिन और तीन रातें लगाना कैसे संभव है?’’
डीपीएपी अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद वह पिछले 10-15 दिन से पीर की गली से मुगल रोड के फिर से खुलने का इंतजार कर रहे थे ताकि वह और उनके उम्मीदवार यहां चुनाव प्रचार कर सकें।
आजाद ने कहा, ‘‘भारी बर्फबारी और बारिश के कारण यह सड़क अब तक नहीं खुली है।’’
जम्मू कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर सात मई के बजाय अब 25 मई को मतदान होगा। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को यह निर्णय लिया।
कई राजनीतिक दलों और नेताओं ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर खराब मौसम के आधार पर इस सीट पर चुनाव स्थगित करने की मांग की थी।
आजाद ने संसदीय चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों के महत्व पर बात की और कहा कि विधानसभा का होना और विधायकों का निर्वाचन बहुत जरूरी है।
उन्होंने कहा कि परिसीमन के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर से संयुक्त सांसद चुना जाएगा।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आजाद ने कहा, ‘‘ईवीएम पर पहली बार सवाल नहीं उठाए गए। इस पर संसद में भी बहस हुई है। अदालत और निर्वाचन आयोग ने इन्हें सही ठहराया है।’’
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस नीत संप्रग सरकारों द्वारा नियुक्त निर्वाचन आयुक्तों ने भी ईवीएम की वैधता को स्वीकार किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब कांग्रेस और क्षेत्रीय दल जीतते हैं तो ईवीएम सही हैं और उनकी हार के समय ईवीएम खराब हो जाती हैं।’’