पीएम नरेंद्र मोदी बोले – ‘विकसित भारत’ के संकल्प को हासिल करने के लिए पहली शर्त भाजपा की केंद्र सरकार में जोरदार वापसी है
नई दिल्ली.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि पिछले 10 वर्षों में केंद्र सरकार ने जो हासिल किया है वह एक पड़ाव मात्र है और अगले पांच वर्षों में 'विकसित भारत' के संकल्प को हासिल करने के लिए लंबी छलांग लगानी है लेकिन इसके लिए पहली शर्त सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जोरदार वापसी है।
भाजपा के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भाजपा हर भारतीय के जीवन को बदलने के लिए और बहुत कुछ हासिल करने के लिए बहुत से निर्णय अभी बाकी हैं। उन्होंने कहा, ''पिछले 10 वर्षों में भारत ने जो गति हासिल की है और बड़े लक्ष्य प्राप्त करने का जो हौसला पाया है…वह अभूतपूर्व है। इसलिए नहीं कि मैं कह रहा हूं। आज दुनिया गाजे-बाजे के साथ बोल रही है।'' उन्होंने कहा कि भारत ने आज हर क्षेत्र में जो ऊंचाई हासिल की है, उसने हर देशवासी को एक बड़े संकल्प के साथ जोड़ दिया है और यह संकल्प है 'विकसित भारत' का। उन्होंने कहा, ''अब देश छोटे सपने नहीं देख सकता है और ना ही देश अब छोटे संकल्प ले सकता है। सपने भी विराट होंगे और संकल्प भी विराट होंगे। हमारा सपना भी है और हम सब का संकल्प भी है कि हमें भारत को विकसित बनाना है।''
उन्होंने कहा, ''इसमें अगले पांच वर्षों की बहुत बड़ी भूमिका होने जा रही है। अगले पांच सालों में भारत को पहले से भी कई गुना तेजी से काम करना है। अगले पांच सालों में हमें विकसित भारत की तरफ एक लंबी छलांग लगानी है। इन सारे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए पहली शर्त है सरकार में भाजपा की जोरदार वापसी।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि आज विपक्ष के नेता भी 'अगली बार मोदी सरकार' बोल रहे हैं और 'अगली बार राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार, 400 पार' के नारे लगा रहे हैं। उन्होंने कहा, ''राजग को 400 पार करने के लिए भाजपा को 370 के मील का पत्थर पार करना ही होगा।''
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज पूरा देश मानता है 10 साल का उनका कार्यकाल आरोपमुक्त रहा है। उन्होंने कहा, ''25 करोड लोगों को गरीबी से बाहर निकलना कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है।'' उन्होंने कहा, ''पूरा देश मानता है कि हमने देश को महाघोटाले और आतंकी हमलों से मुक्ति दिलाई है, गरीब और मध्यम श्रेणी के लोगों का जीवन बेहतर करने का प्रयास किया है।'' छत्रपति शिवाजी महाराज को अपनी प्रेरणा बताते हुए मोदी ने कहा कि वह अपने सुख और वैभव के लिए जीने वाले व्यक्ति नहीं हैं। उन्होंने कहा, ''मैं भाजपा सरकार का तीसरा कार्यकाल सत्ता भोग के लिए नहीं मांग रहा हूं। मैं राष्ट्र का संकल्प लेकर निकला हुआ व्यक्ति हूं। अगर मैं अपने घर की चिंता करता तो आज करोड़ों गरीबों के घर नहीं बन पाते। मैं देश के करोड़ों बच्चों के भविष्य के लिए जीता हूं।''
देश के युवाओं, महिलाओं और गरीबों के सपने व संकल्प को 'मोदी का संकल्प' बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह इस संकल्प की पूर्ति के लिए ही दिन-रात एक कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ''10 वर्षों में हमने जो हासिल किया वह एक पड़ाव मात्र है। मंजिल तक पहुंचाने का एक नया विश्वास है। हमें अभी देश के लिए और कोटि-कोटि भारतीयों के लिए और हर भारतीय के जीवन को बदलने के लिए बहुत कुछ हासिल करना है। इसके लिए बहुत से निर्णय अभी बाकी है।'' प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अगले सौ दिन नई ऊर्जा, नई उमंग, नए उत्साह, नय विश्वास और नए जोश के साथ काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, ''आज 18 फरवरी है और इस कालखंड में जो युवा 18 वर्ष के पड़ाव पर पहुंचे हैं वह देश की 18वीं लोकसभा का चुनाव करने वाले हैं। अगले 100 दिन हम सबको जुट जाना है। हर नए मतदाता तक पहुंचना है और हर लाभार्थी तक पहुंचना है। हर घर, समाज, पंथ और सब लोगों के पास पहुंचना है और हमें सबका विश्वास हासिल करना है।'' उन्होंने कहा कि और जब सबका प्रयास होगा तो देश की सेवा के लिए सबसे ज्यादा सीट भी भाजपा को ही मिलेगी।