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PM ने रामनवमी के मौके पर देशवासियों को दी बधाई

अयोध्या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान हो जाने के बाद की पहली रामनवमी की अनंत शुभकामनाएं देते हुए भगवान राम को भारत की आस्था और भारत का आधार बताया है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने 5 शताब्दियों की प्रतीक्षा का जिक्र करते हुए उन असंख्य राम भक्तों और संत-महात्माओं को नमन भी किया, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया।

रामनवमी के इस पावन पर्व पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में विशेष तैयारी की है। अयोध्या में रामलला के मस्तक पर आज अद्भुत सूर्य तिलक किया जाएगा।

वहीं विश्व हिंदू परिषद देशभर में समरस समाज की पुनर्स्थापना के संकल्प के साथ एक लाख से ज्यादा स्थानों पर रामनवमी को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है।

हिंदू समाज से जुड़ी अन्य कई संस्थाएं भी पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु सहित देश के सभी राज्यों में बड़े पैमाने पर रामनवमी मना रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "देशभर के मेरे परिवारजनों को भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव रामनवमी की अनंत शुभकामनाएं! इस पावन अवसर पर मेरा मन भावविभोर और कृतार्थ है। ये श्रीराम की परम कृपा है कि इसी वर्ष अपने कोटि-कोटि देशवासियों के साथ मैं अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा का साक्षी बना। अवधपुरी के उस क्षण की स्मृतियां अब भी उसी ऊर्जा से मेरे मन में स्पंदित होती हैं।"

अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित करने वाले व्यक्तियों को नमन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं। रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है। 5 शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है। यह देशवासियों की इतने वर्षों की कठिन तपस्या, त्याग और बलिदान का सुफल है। प्रभु श्रीराम भारतीय जनमानस के रोम-रोम में रचे-बसे हैं, अंतर्मन में समाहित हैं। भव्य राम मंदिर की प्रथम रामनवमी का यह अवसर उन असंख्य राम भक्तों और संत-महात्माओं को स्मरण और नमन करने का भी है, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राम मंदिर के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के संकल्प का जिक्र करते हुए कहा, "मुझे पूर्ण विश्वास है कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का जीवन और उनके आदर्श विकसित भारत के निर्माण के सशक्त आधार बनेंगे। उनका आशीर्वाद आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को नई ऊर्जा प्रदान करेगा। प्रभु श्रीराम के चरणों में कोटि-कोटि नमन और वंदन!"

रामनवमी के इस पावन पर्व पर अयोध्या में रामलला के मस्तक पर आज अद्भुत सूर्य तिलक किया जाएगा। अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान हो जाने के बाद रामनवमी का यह पावन पर्व भव्य अंदाज में मनाया जा रहा है। रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे जब भगवान श्रीराम का जन्म होगा, उसी के बाद उनके माथे पर सूर्य की किरण पड़ेगी यानी अयोध्या के मंदिर में आज भगवान राम के अद्भुत सूर्य तिलक का नजारा देखने को मिलेगा।

भगवान राम का यह सूर्य अभिषेक विज्ञान के फॉर्मूले के तहत किया जा रहा है। इस अद्भुत पल के साक्षी देश के साथ-साथ दुनियाभर में बैठे राम भक्त बनेंगे जो इस नजारे को लाइव देख पाएंगे। वहीं विश्व हिंदू परिषद और हिंदू समाज से जुड़ी अन्य कई संस्थाएं भी देशभर में बड़े पैमाने पर रामनवमी का यह पावन पर्व मना रही है, जिसमें संघ परिवार और भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता भी हर्षोल्लास के साथ शामिल हो रहे हैं।

विश्व हिंदू परिषद देशभर में समरस समाज की पुनर्स्थापना के संकल्प के साथ एक लाख से ज्यादा स्थानों पर रामनवमी को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशवासियों को रामनवमी की शुभकामनाएं देते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा, "जय श्री राम! सभी को रामनवमी के पावन पर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का जीवन न्याय, जनकल्याण व स्वाभिमान के लिए संघर्ष का प्रतीक है। प्रभु ने अपने जीवन से सत्य व धर्म के लिए त्याग का सर्वोच्च आदर्श स्थापित कर समूचे विश्व को युगों-युगों तक मार्गदर्शित करने का कार्य किया। इस वर्ष 500 सालों बाद प्रभु का जन्मोत्सव अपने जन्मभूमि के मंदिर में मनाया जाना सारे रामभक्तों के लिए गौरव का विषय है। प्रभु से सभी के कल्याण की प्रार्थना करता हूं।"

आपको बता दें कि अयोध्या में बने राम मंदिर के बाद अब रामनवमी के त्योहार को लेकर भी देश में राजनीति शुरू हो गई है। लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार का दौर लगातार जारी है और कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी एवं विपक्षी गठबंधन के अन्य नेता राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सवाल को उठा कर भाजपा को घेरने का प्रयास कर रहे हैं तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के तमाम नेता कांग्रेस द्वारा रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए सीधे गांधी परिवार को ही घेर रहे हैं और साथ ही हिंदू धर्म और सनातन के विरोध में दिए गए बयानों को लेकर डीएमके सहित पूरे विपक्षी गठबंधन पर निशाना साध रहे हैं।

राजनीतिक विश्लेषक भी यह मान रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में राम मंदिर एक बड़ा मुद्दा बनता हुआ नजर आ रहा है।