स्टेशन का पुनर्विकास करने से पहले रेलगाड़ियों को दूसरे स्टेशनों पर स्थानांतरित करने की योजना बनाई जा रही
नई दिल्ली
केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2023 के बजट में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी तक इसका टेंडर नहीं हो सका है। इसकी बड़ी वजह यहां से चलने वाली 300 से ज्यादा रेलगाड़ियां हैं। स्टेशन का पुनर्विकास करने से पहले रेलगाड़ियों को दूसरे स्टेशनों पर स्थानांतरित करने की योजना बनाई जा रही है।
रेलवे सूत्रों का कहना है कि चुनाव के बाद टेंडर में तेजी आएगी और अगले छह माह के भीतर यहां पर निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। यहां से रोजाना लगभग 300 रेलगाड़ियां चलती हैं। अभी के समय में इन रेलगाड़ियों के परिचालन को बाधित करने से लाखों यात्रियों को परेशानी होगी। इसे ध्यान में रखते हुए इन रेलगाड़ियों को आनंद विहार, निजामुद्दीन, शाहदरा, दिल्ली कैंट, सराय रोहिल्ला और गाजियाबाद शिफ्ट करने की योजना पर काम चल रहा है।
रोजाना छह लाख यात्री सफर करते हैं
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रोजाना लगभग 300 गाड़ियों से छह लाख यात्री सफर करते हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नई दिल्ली स्टेशन को पुनर्विकास होने में चार वर्ष का समय लग सकता है। वर्ष 2024 के अंत में यहां पर निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है। वहीं, वर्ष 2028 के अंत या 2029 की शुरुआत में यह विश्वस्तरीय स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा।
कई चरणों में कार्य करना मुश्किल
सूत्रों ने बताया कि पहले तीन से चार चरणों में स्टेशन का पुनर्विकास करने की योजना थी, लेकिन अधिकारियों को ऐसा होना संभव नहीं लग रहा है। यही वजह है कि इस स्टेशन को अलग-अलग चरणों की जगह एक साथ बनाने की योजना पर कम चल रहा है। इस वर्ष के अंत तक यह काम पूरा होने की उम्मीद है। हालांकि, इसके लिए बड़ी रूपरेखा बनाने के साथ मेहनत भी करनी होगी।
कहां की ट्रेन कहां से मिलेगी
● पूर्व दिशा की तरफ जाने वाली गाड़ियों को आनंद विहार से चला सकते हैं
● पंजाब, हरियाणा जाने वाली गाड़ियों को सराय रोहिल्ला शिफ्ट किया जा सकता है
● राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र की तरफ चलने वाली गाड़ियों को दिल्ली कैंट और निजामुद्दीन से चलाया जा सकता है
● कुछ रेलगाड़ियों को गाजियाबाद से भी चलाने पर विचार किया जा रहा है