ऑनलाइन मंगाया आईफोन, पैसे नहीं थे तो डिलीवरी ब्वॉय को मार डाला… तीन दिन घर में छिपाए रखा शव…
इम्पैक्ट डेस्क.
कर्नाटक में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक युवक ने ऑनलाइन आईफोन ऑर्डर किया। जब डिलीवरी ब्वॉय आईफोन देने पहुंचा तो युवक के पास पैसे नहीं थे। उसने डिलीवरी ब्वॉय की हत्या कर डाली और शव अपने घर में छिपा दिया। हसन जिले की पुलिस ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी। आरोपी की पहचान बीस वर्षीय हेमंत दत्त के रूप में हुई है। वह अरासीकेर कस्बे का रहने वाला है। वहीं, मरने वाले डिलीवरी ब्वॉय की पहचान 23 वर्षीय हेमंत नाइक के रूप में हुई है। वह भी उसी कस्बे का रहने वाला था।
सेकंड हैंड फोन ऑर्डर किया था
पुलिस के मुताबिक दत्त ने फ्लिपकार्ट से सेकंड हैंड आईफोन ऑर्डर किया। इसकी कीमत 46 हजार रुपए थी, जिसे डिलीवरी के वक्त पे किया जाना था। 7 फरवरी को ई-कार्ट डिलीवरी एग्जीक्यूटिव दत्ता के अरासीकेरे के लक्ष्मीपुरा स्थित घर डिलीवरी देने के लिए पहुंचा था। पुलिस के मुताबिक दत्ता ने डिलीवरी ब्वॉय से फोन का बॉक्स खोलने के लिए कहा, ताकि पेमेंट से पहले वह इसे देख सके। इसके बाद उसने डिलीवरी ब्वॉय को अपने घर के अंदर बुलाया। वहां जाकर कहा कि उसके दोस्त पैसे लेकर आते ही होंगे। इसके बाद दत्ता एक चाकू लेकर आया और डिलीवरी ब्वॉय के गर्दन और छाती पर लगातार वार किए। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हसन जिले के एसपी हरिराम शंकर के मुताबिक इंतजार करते हुए डिलीवरी ब्वॉय अपने फोन पर इंस्टाग्राम और फेसबुक चला रहा था। इसी दौरान दत्ता ने उसके ऊपर हमला कर दिया।
बॉडी जलाकर मिटाना चाहता था सुबूत
एसपी ने आगे बताया कि नाइक की हत्या के बाद आरोपी ने उसकी बॉडी गनी बैग में रखकर घर के बाथरूम में छिपा दी। तीन दिन के बाद 10 फरवरी की रात उसने बॉडी को जलाकर निशान मिटाने की योजना बनाई। उसने अपने टू-व्हीलर पर बॉडी को रखा और शहर से बाहर रेलवे स्टेशन पर लेकर चला गया। यहां पर दत्ता ने नाइक की बॉडी पर केरोसीन और पेट्रोल छिड़ककर जला डाला। एसपी हरिराम शंकर के मुताबिक पुलिस के हाथ वह सीसीटीवी फुटेज लगा है, जिसमें आरोपी बॉडी डिसपोज करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने बताया कि उसने डिलीवरी ब्वॉय की हत्या इसलिए कर डाली, क्योंकि वह आईफोन का दाम चुकाने में सक्षम नहीं था।
केस को सॉल्व करना नहीं था आसान
पुलिस के मुताबिक इस केस को सॉल्व करना आसान नहीं था, क्योंकि घटना के पीछे का मोटिव पता नहीं चल पा रहा था। वहां पर किसी तरह की दुश्मनी नहीं थी, कोई झगड़ा नहीं हुआ था और क्रिमिनल बैकग्राउंड भी नहीं था। लेकिन पूरी टीम की कोशिश से हम यह केस क्रैक करने में सफल रहे। यह वास्तव में बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। अरासीकेरे पुलिस ने आरोपी को रविवार को गिरफ्तार किया और उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में ले लिया गया। एसपी ने बताया किया घटना में इस्तेमाल हुए हथियार, घटनाओं के सीक्वेंस के बारे में हमें पूरी जानकारी है। हमने विक्टिम का मोबाइल फोन और घटना के दिन वह जिन चीजों की डिलीवरी देने निकला था, वह सब भी हासिल कर लिया है। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी भी डिलीवरी ब्वॉय का काम करता है। नाइक कॉलेज ड्रॉपआउट था और नौकरी की तलाश में बेंगलुरू गया था। जब उसे कोई नौकरी नहीं मिली तो वह अरासिकेरे लौट आया और डिलीवरी एजेंट के रूप में काम करने लगा।