राजस्थान के चिकित्सा संस्थानों में एक लाख पौधे लगाए जाएंगे: अधिकारी
राजस्थान के चिकित्सा संस्थानों में एक लाख पौधे लगाए जाएंगे: अधिकारी
पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पताल में पहला हृदय-फेफड़ा प्रतिरोपण
आंध्र प्रदेश में लोकसभा व विधानसभा चुनावों में 80.66 प्रतिशत मतदान
जयपुर,
राजस्थान का चिकित्सा विभाग हरि-वन वृक्षारोपण अभियान चलाएगा जिसके तहत राज्य के चिकित्सा संस्थानों में एक लाख पौधे लगाए जाएंगे।
विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि राज्य के सभी चिकित्सा संस्थानों में पर्यावरण संरक्षण एवं हरियाली में वृद्धि की दृष्टि से ‘‘हरि-वन वृक्षारोपण अभियान’’ चलाया जाएगा। इसके के तहत राज्य के चिकित्सा संस्थानों में लगभग एक लाख पौधे लगाए जाएंगे।
उन्होंने एक बयान में बताया कि चिकित्सा संस्थानों में बेहतर वातावरण, हरियाली, छाया एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण अभियान एक जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगा।
अभियान के लिए फलदार एवं छायादार वृक्षों का चयन किया गया है। इनमें नींबू, आंवला, बील, जामुन, अमरूद, अनार, आम, सीताफल, इमली, चीकू, शहतूत, संतरा, नाशपती जैसे फलदार एवं नीम, मीठा नीम, पीपल, बरगद, शीशम, देशी बबूल, गुलमोहर, करंज, सहजन, खेजड़ी जैसे छायादार वृक्ष शामिल हैं।
पौधों की व्यवस्था वन विभाग, कृषि एवं उद्यानिकी विभाग, मनरेगा के तहत लगायी गयी नर्सरी, पंचायती राज संस्थाओं, स्वयं सेवी संस्थाओं एवं दान-दाताओं के माध्यम से की जाएगी। पौधारोपण के बाद उसका पांच वर्ष तक रखरखाव, पानी पिलाने एवं सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित संस्थान की ही होगी। लगाए गए पौधों की वृद्धि की भी नियमित समीक्षा की जाएगी। एक अगस्त, एक नवम्बर 2024 एवं 03 फरवरी 2025 को पौधों की प्रगति से निदेशालय को अवगत कराना होगा।
पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पताल में पहला हृदय-फेफड़ा प्रतिरोपण
कोलकाता
पश्चिम बंगाल में एक युवा मरीज में एक ही दानकर्ता से प्राप्त दो अंगों- हृदय और फेफड़े का प्रतिरोपण किया गया। इन अंगों के दानकर्ता मरीज को कोलकाता में सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया गया था। चिकित्सकों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि दिमागी रूप से मृत मरीज के हृदय, फेफड़े, दो किडनी और एक लीवर को चार अलग अलग मरीजों में प्रत्यारोपित किया गया।
सूत्रों ने बताया कि पेशे से किसान अरुण कुमार कोले (52) का अस्पताल में इलाज चल रहा था और उसे रविवार की रात दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया गया।
एक डॉक्टर ने कहा, ‘युवा मरीज को दोनों अंगों का जटिल प्रत्यारोपण सोमवार देर शाम शुरू हुआ। एसएसकेएम अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम ने अंग प्रतिरोपण आपरेशन किया जो आज सुबह जाकर खत्म हुआ। इसके बाद उसे निगरानी में रखा गया है।’
यह प्रतिरोपण एसएसकेएम अस्पताल के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान में हुआ।
कोले 10 मई को एक स्कूटर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। एक अस्पताल में प्रारंभिक उपचार के बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
कोले के दामाद सत्यजीत मंडल ने मंगलवार शाम बताया, ‘मेरे ससुर की 11 मई को मस्तिष्क की सर्जरी हुई, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। उन्हें रविवार को दिमागी रूप से मृत घोषित कर दिया गया। उसके बाद हम उनके अंगों को दान करने पर राजी हो गए, ताकि वह किसी अन्य व्यक्ति के रूप में जीवित रहें।’
चिकित्सकों ने कहा कि एसएसकेएम अस्पताल में इलाज करा रही एक 28 वर्षीय महिला और अलीपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती 32 वर्षीय एक अन्य महिला को कोले की एक-एक किडनी प्रतिरोपित की गई।एक महिला जिसकी उम्र 51 साल थी, उसे उनका लीवर प्रत्यारोपित किया गया।
आंध्र प्रदेश में लोकसभा व विधानसभा चुनावों में 80.66 प्रतिशत मतदान
अमरावती
निर्वाचन आयोग के ऐप पर उपलब्ध नवीनतम जानकारी के अनुसार, आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25 और विधानसभा की 175 सीट के लिए हुए चुनावों में कुल 80.66 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
राज्य में 13 मई को एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ था। साल 2019 में हुए 79.83 प्रतिशत मतदान के मुकाबले इस बार यह आंकड़ा 80.66 प्रतिशत हो गया।
कई मतदान केंद्रों पर पहले से कतार में खड़े मतदाताओं को सोमवार को शाम 6 बजे तक अपने मताधिकार का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी। इसके कारण कई केंद्रों पर देर रात तक मतदान हुआ।
एक अधिकारी ने बताया कि संयोग से मतदान में लोगों की काफी दिलचस्पी दिखी लेकिन मतदान प्रक्रिया थोड़ी धीमी थी।
निर्वाचन आयोग के अनुसार, 25 लोकसभा सीट के लिए कुल 454 जबकि विधानसभा चुनावों में 2,387 उम्मीदवार मैदान में थे।
इस बीच, वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने भारी गर्मी के बावजूद अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मतदाताओं को धन्यवाद दिया।
रेड्डी ने मंगलवार को एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं अपनी बहनों (महिलाओं), वृद्धों (बूढ़े), भाइयों, किसानों, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यक और युवा मतदाताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं कि वे चुनाव में मुझे आशीर्वाद देने के लिए सुनामी की तरह आए।’’
सत्तारूढ़ पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद देते हुए, मुख्यमंत्री ने सुशासन जारी रखने का वादा किया।
तेदेपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने 13 मई के चुनाव को ऐतिहासिक और विशेष दिन बताते हुए कहा कि लोगों ने उत्साह और जागरूकता का प्रदर्शन किया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रत्येक मतदाता ने कुशासन को समाप्त करने और लोकतांत्रिक शासन बहाल करने के दृढ़ संकल्प को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया … सैकड़ों लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए हजारों किलोमीटर की यात्रा की।’’ वोटों की गिनती 4 जून को होगी।