Madhya Pradesh

बिजली बिल नहीं भरने वालों को बंदूक लाइसेंस रद्द करने का नोटिस

ग्वालियर:
एमपी के ग्वालियर चंबल के लोगों के लिए बंदूक शान की बात है। यही वजह है कि उस इलाके में बात-बात पर गोली चल जाती है। इन दिनों ग्वालियर-चंबल में बंदूक रखने वाले लोगों की चर्चा दूसरी वजह से हो रही है। वजह जानेंगे तो आपको यह समझ में आ जाएगा कि इस अंचल के लोगों को बंदूक से कितना प्यार है। इसी लगाव का फायदा बिजली विभाग ने उठाया है। बिजली विभाग ने ग्वालियर में बकाएदारों से कहा था कि बिजली बिल के भुगतान नहीं करने पर बंदूक का लाइसेंस रद्द करवा देंगे। इसके बाद सालों से बिल नहीं भरने वाले लोग दनादन बिजली बिल भरने लगे।

गन लव ट्रिक का किया इस्तेमाल

दरअसल, ग्वालियर शहर में कई ऐसे बकाएदार थे, जिन्होंने सालों से बिजली बिल नहीं भरा था। बिजली कंपनी ऐसे बकाएदारों को चिह्नित कर लगातार नोटिस भेज रही थी। साथ ही बार-बार उनसे बिजली बिल भरने की अपील कर रही थी। इसके बावजूद लोगों पर असर नहीं हो रहा था। ऐसे में बिजली कंपनी ने गन लव ट्रिक का इस्तेमाल किया।

बंदूक लाइसेंस रद्द करने का भेजा प्रस्ताव

इसके बाद ग्वालियर में बिजली कंपनी ने 48 ऐसे बकाएदारों की सूची बनाई, जिनके पास बंदूक के लाइसेंस थे। इनके ऊपर लाखों रुपए का बिजली बिल बकाया था। कंपनी ने ऐसे लोगों का लाइसेंस रद्द करने का प्रस्ताव कलेक्टर को भेजा। इसके बाद बकाएदारों का गन लव जाग उठा।

कुल 318 बकाएदारों को नोटिस

ऐसे तो बिजली कंपनी ने 318 बड़े बकाएदारों को नोटिस दिया था कि बिजली बिल नहीं भरने पर कार्रवाई की जाएगी। इनमें शस्त्र लाइसेंस रद्द करवाने की भी चेतावनी थी। अब बिजली विभाग का यह फॉर्म्युला ग्वालियर में काम कर गया है।

36 लाख से अधिक राशि जमा

बंदूक लाइसेंस रद्द होने की बात सामने आई तो 200 से अधिक बकाएदारों ने ग्वालियर में वर्षों से बकाया बिजली बिल जमा कर दिया है। इन लोगों ने 36.77 लाख रुपए की राशि जमा कर दी है। इनमें से अधिकांश लोगों के पास बंदूक लाइसेंस है।

बंदूक लाइसेंस वालों ने बिजली बिल जमा किया

गौरतलब है कि ग्वालियर कृष्णा कुटीर में रहने वाले एक व्यक्ति के ऊपर एक लाख 33 हजार रुपए का बकाया था। उनके पास बंदूक लाइसेंस भी है। लाइसेंस रद्द करने का नोटिस मिलते ही बिजली बिल भर दिया।

इसी तरह से गांधी नगर में रहने वाले एक उपभोक्ता पर 98 हजार का बिजली बिल बकाया था। बंदूक लाइसेंस रद्द करने का नोटिस मिलते ही बिल भर दिया। इसी तरह से कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने नोटिस मिलने के बाद बिजली बिल भर दिया है।