14 विधायक और 5 मंत्री ने दिया इस्तीफा… शिवराज का रास्ता साफ… सोमवार को ही तय हो गया था तख्ता पलट…
- न्यूज डेस्क. भोपाल
सोमवार की शाम ही इस्तीफा लिख चुके थे ज्योतिरादित्य। अपने इस्तीफा में 9 मार्च का दिनांक दर्शाया है। पूरा मामला राज्यसभा की सीट के लिए अंक गणित पर आधारित रहा। सूत्रों का दावा है कि दो सीट में से नंबर वन की पोजिशन सिंधिया चाह रहे थे। साथ ही पीसीसी चीफ का पद भी। कांग्रेस राज्यसभा के लिए दूसरे नंबर पर मौका देना चाह रही थी। जिसके लिए सिंधिया तैयार नहीं हुए।
कमलनाथ ने मंत्रिमंडल का त्यागपत्र लेकर विधायकों के लिए रास्ता खोला जरूर पर सिंधिया एक कदम आगे निकल चुके थे। उन्होंने पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर चुनौती दी थी जिसमें कांग्रेस के पास कोई विकल्प ही नहीं रब गया।
विधानसभा में समीकरण
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीट हैं। दो विधायकों का निधन हो चुका है। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। सरकार के लिए जरूरी आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को चार निर्दलीय, 2 बसपा और एक सपा विधायक का समर्थन है। उसके पास कुल 121 जबकि भाजपा के पास 107 विधायक हैं।
14 विधायकों के इस्तीफा के बाद कांग्रेस के पास 107 का आंकड़ा पहुंच गया है। इसमें से चार
निर्दलीय व दो बसपा विधायक के हटने पर आंकड़ा 101 तक सिमट जाएगा।
19 विधायक के त्यागपत्र के बाद बहुमत के लिए 104 विधायकों की जरूरत होगी।