अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मेक्सिको और कनाडा से आयात पर लगाया गया नया 25% टैरिफ लागू
वाशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मेक्सिको और कनाडा से आयात पर लगाया गया नया 25% टैरिफ मंगलवार से लागू हो गया। वहीं चीनी वस्तुओं पर शुल्क दोगुना करके 20% कर दिया गया। इसके साथ ही अमेरिका के शीर्ष तीन व्यापारिक साझेदारों के साथ नए व्यापारिक संघर्षों की शुरुआत हो गई। टैरिफ एक्शन लागू होने से कुछ घंटे पहले ही ट्रंप ने कहा कि तीनों देश अमेरिका में घातक फेंटेनाइल ओपिओइड और अन्य ड्रग्स के प्रवाह को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने में नाकाम रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने पलटवार करते हुए 10 मार्च से कुछ अमेरिकी आयातों पर 10%-15% का अतिरिक्त टैरिफ लगाने और नामित अमेरिकी संस्थाओं के लिए कुछ नए निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि ओटावा '30 बिलियन कनाडाई डॉलर' (20.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) मूल्य के अमेरिकी आयातों पर तत्काल 25% टैरिफ लगाएगा, और यदि ट्रंप के टैरिफ 21 दिनों तक लागू रहे तो '125 बिलियन कनाडाई डॉलर' (86.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर) का अतिरिक्त टैरिफ लगाएगा। उन्होंने पहले कहा था कि कनाडा अमेरिकी बीयर, वाइन, बॉर्बन, घरेलू उपकरणों और फ्लोरिडा संतरे के जूस को लक्षित करेगा।
ट्रूडो ने कहा, "टैरिफ एक अविश्वसनीय रूप से सफल व्यापारिक संबंध को बाधित करेगा।" उन्होंने कहा कि टैरिफ ट्रंप द्वारा अपने पहले कार्यकाल के दौरान हस्ताक्षरित यूएस-मेक्सिको-कनाडा मुक्त व्यापार समझौते का उल्लंघन करेंगे।
ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने एनबीसी को बताया कि वह जवाबी कार्रवाई में अपने प्रांत से अमेरिका को निकेल की खेप और बिजली का ट्रांसमिशन रोकने के लिए तैयार हैं। मेक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम भी मंगलवार को अपनी प्रतिक्रिया की घोषणा करेंगी। मेक्सिको के अर्थव्यवस्था मंत्रालय ने यह जानकारी दी। टैरिफ एक घरेलू कर है जो देश में प्रवेश करने वाले सामानों पर लगाया जाता है, जो आयात के मूल्य के अनुपात में होता है।
अमेरिकी राष्ट्रपति कह चुके हैं कि टैरिफ लगाने का फैसला उन्होंने अवैध इमिग्रेशन और ड्रग्स तस्करी की चिंताओं को लेकर उठाया है। रिपब्लिकन नेता ने इन दो मुख्य मुद्दों को अपने चुनावी अभियान का आधार बनाया था।