मुकेश अंबानी की नजर 150 अरब डॉलर के इस बाजार पर, जानिए क्या है प्लान
नई दिल्ली
टेलिकॉम और रिटेल में तहलका मचाने के बाद मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की नजर अब डायग्नोस्टिक हेल्थकेयर सेगमेंट पर है। उनकी कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स (Reliance Retail Ventures) 150 अरब डॉलर के डायग्नोस्टिक हेल्थकेयर सेगमेंट में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। वह एक डायग्नोस्टिक सर्विस कंपनी में 1,000 से 3,000 करोड़ रुपये के निवेश के मैज्योरिटी स्टेक खरीदने की योजना बना रही है। हिंदू बिजनसलाइन की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) की इस सब्सिडियरी कंपनी के पोर्टफोलियो में ऑनलाइन फार्मेसी नेटमेड्स शामिल है जो पैथोलॉजी सर्विसेज देती है। इसके लिए उसने थायरोकेयर जैसी कई कंपनियों के साथ करार किया है।
सूत्रों का कहना है कि रिलायंस रिटेल अपनी खुद की डायग्नोस्टिक कंपनी बनाना चाहते हैं जिसका पूरे देश में नेटवर्क हो। कंपनी इसमें कई विकल्पों पर विचार कर रही है और माना जा रहा है कि मीडियम टर्म में इस पर कोई डील हो सकती है। हालांकि रिलायंस में इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। रिलायंस रिटेल ने 2020 में नेटमेड्स में मैज्योरिटी स्टेक 620 करोड़ रुपये में खरीदा था। कंपनी ने अपना पहला ऑफलाइन स्टोर पिछले साल जनवरी में खोला था और अब उसके देशभर में 1000 से ज्यादा स्टोर हो गए हैं। रिलायंस रिटेल देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी है। फाइनेंशियल ईयर 2024 में कंपनी का रेवेन्यू तीन लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया।
किसकी कितनी हिस्सेदारी
पिछले तीन साल में डायग्नोस्टिक सेक्टर में कई बड़े अधिग्रहण हुए हैं। कोरोना काल में डॉ. लाल पैथ लैब्स ने सबअर्बन डायग्नोस्टिक को खरीदा। इसी तरह फार्मईजी ने थायरोकेयर में मैज्योरिटी स्टेक 4,546 करोड़ रुपये में खरीदी। मेट्रोपोलिस ने भी हाईटेक डायग्नोस्टिक सेंटर को 636 करोड़ रुपये में खरीद लिया। Emkay Research के एक नोट के मुताबिक इस सेगमेंट में चार टॉप कंपनियों के पास सिर्फ छह फीसदी हिस्सेदारी है। इसमें रीजनल प्लेयर्स का दबदबा है।