राजनीतिक स्वार्थ के लिए आंदोलनों को जीवित रखना चाहते हैं विधायक : महेश…
बुरजी में प्रदर्शनकारियों के आरोपों पर पूर्व मंत्री का बयान…
विधायक विक्रम पर आदिवासियों के शोषण का लगाया आरोप…
इंपैक्ट डेस्क.
बीजापुर। गंगालूर के बुरजी गांव में करीब पांच माह से आंदोलनरत् ग्रामीणों ने जहां रविवार को पुलिस बल के जवानों पर आंदोलन स्थल से उन्हें खदेड़ने के लिए उनसे मारपीट, तोड़फोड़ यहां तक की रॉकेट लांचर दागने का आरोप लगाया है, वही अब इस मामले ने सियासी तुल भी पकड़ लिया है। रविवार को हो पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने इस संबंध में एक पत्रवार्ता की। जिसमें बीजापुर में जगह-जगह आदिवासियों के प्रदर्शन , उनके अधिकारों के हनन के लिए क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया। गागड़ा का कहना था कि एक तरफ विधायक आदिवासियों को प्रदर्शन के लिए प्रशासन से बात करते हैं, तो दूसरी ओर प्रदर्शनकारियों को सड़क पर न आने की हिदायत देते हैं, और तो और पुलिस भी आंदोलनकारियों पर कार्रवाई करती है। ऐसी स्थिति में आदिवासी सिर्फ और सिर्फ दो पाटो में पीस रहे हैं। उनके साथ न्याय नहीं हो रहा है। गागड़ा ने आरोप लगाया कि विधायक विक्रम मंडावी कभी नहीं चाहते कि आंदोलन खत्म हो। उनकी मंशा केवल और केवल आंदोलनों को जीवित रख राजनीति करना है।
बुरजी घटना का जिक्र करते गागड़ा ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि वहां प्रदर्शकारियों पर पुलिस ने गोलियां चलाई, रॉकेट लांचर तक दागे गए। घटनाक्रम के लिए और कोई नहीं बल्कि क्षेत्रीय विधायक विक्रम जिम्मेदार है। आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार की भाजपा निंदा करती है। बहुत जल्द पीड़ितों के बीच भाजपा जाएगी। उनकी जो भी मांगें हैं उन्हें पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विधायक आदिवासियों का मानसिक शोषण करना बंद करें और समस्या के समाधान की पहल करें। अन्यथा उनके कृत्य की बड़ी कीमत आदिवासियों को चुकानी पड़ेगी।