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मिर्जापुर बहुत शांत और सुंदर शहर, कोई कालीन भैया नहीं हैं, बस सुंदर कालीन ही हैं: मंत्री अनुप्रिया पटेल

नई दिल्ली
केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मिर्जापुर में कोई कालीन भैया नहीं है, जैसा आप वेब सीरीज में देखते हैं। उन्होंने कहा कि मिर्जापुर बहुत शांत और सुंदर शहर है। इस शहर में कोई कालीन भैया नहीं हैं। बस सुंदर कालीन ही हैं। अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल यूपी की मिर्जापुर लोकसभा सीट से सांसद भी हैं और फिलहाल मोदी सरकार में राज्य मंत्री हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि मिर्जापुर में सब कुछ शांतिपूर्ण है। वहां कोई कालीन भैया नहीं है, जैसा आप वेब सीरीज आदि में देखते हैं। इस दौरान उन्होंने जातिगत जनगणना जैसे अहम मुद्दे पर भी बात की।

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हमारी पार्टी लगातार कहती रही है कि हम जातिगत जनगणना के पक्ष में हैं। इससे हर जाति और समुदाय के बारे में पता चल सकेगा कि उनकी संख्या कितनी है। यह पता लगने के बाद ही हम उनके अनुसार नीतियां तय कर सकेंगे। इसलिए जातिगत जनगणना जरूरी है। अनुप्रिया पटेल ने इस दौरान लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा और उसके सहयोगियों की यूपी में खराब हालत होने पर भी जवाब दिया। अनुप्रिया ने कहा कि आरक्षण हटाए जाने और संविधान बदलने जैसी अफवाहों ने जोर पकड़ लिया था। विपक्ष ने इस मसले को खूब उठाया, लेकिन उसका काउंटर करने में देरी हो गई।

उनसे जब उत्तर प्रदेश की सरकार में हलचल और कयासों पर सवाल पूछा गया तो अनुप्रिया पटेल ने कहा कि ऐसा कुछ भी असामान्य नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में योगी आदित्यनाथ की सरकार और केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम हैं। वह पहले भी दिल्ली आते रहे हैं और पीएम नरेंद्र मोदी समेत वरिष्ठ नेताओं से मिलते थे। अब भी वह आते हैं और कई बार सरकार के कामकाज की जानकारी देते हैं। इसमें अलग क्या है। किसी भी तरह की चर्चाएं गलत हैं।

लोकसभा चुनाव के दौरान अनुप्रिया पटेल के एक बयान को राजा भैया से जोड़ा गया था और चर्चा थी कि राजपूतों में उनकी टिप्पणी से नाराजगी है। इस बारे में पूछने पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि मैंने कुछ गलत नहीं कहा था। उन्होंने कहा कि मेरी टिप्पणी थी कि अब वह दौर नहीं है, जब राजा के यहां ही राजा पैदा होगा। अब ईवीएम से राजा पैदा होता है। यदि कोई मेरी इस बात को सही मानता है तो फिर मुझसे नाराज नहीं होगा। आखिर मेरी इस बात में गलत ही क्या था, जिस पर विवाद की बात कही जा रही।