प्रवासी श्रमिक अभिषेक के परिवार को मिली बड़ी राहत…
इम्पेक्ट न्यूज. रायपुर।
सूरजपुर जिले के विकासखंड प्रतापपुर के ग्राम भेलकच्छ निवासी प्रवासी श्रमिक अभिषेक मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में कार्य कर रहे थे।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लॉकडाउन होने से अभिषेक इन्दौर में ही फंस गये। गांव में उनकी धर्मपत्नि गर्भवती थी, और राशन की भी कमी होने लगी थी। सूरजपुर जिला प्रशासन द्वारा अन्य राज्य में फंसे श्रमिकों की पता साजी की गई तो अभिषेक से भी बात हुई।
तब अभिषेक ने बताया कि उनकी पत्नि गर्भवती हैं और राशन आदि जरूरी सामानों की जरूरत है। जिला प्रशासन द्वारा राशन उपलब्ध कराने के साथ ही गर्भवती महिला की सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य दल को भी उनकी देख रेख करने के लिए मुस्तैद किया गया । प्रशासन की देख-रेख में अभिषेक के घर उनकी पत्नि ने जुडवा बच्चों को जन्म दिया है।
वर्तमान में राज्य शासन की विशेष पहल से अभिषेक को सुरक्षित सूरजपुर जिले में वापस लाया गया है, जो लाईवलीहुड कॉलेज पर्री क्वारंटाइन सेंटर में रह रहें हैं, जहॉ एक ओर जिला प्रशासन अभिषेक की क्वारंटाईन सेंटर में देखभाल कर रहा है, वहीं उनकी पत्नि व बच्चे प्रशासन के संरक्षण में है और उनकी समस्त जरूरतों का ध्यान प्रशासन के द्वारा रखा जा रहा है।
हाल ही में राशन की कमी होने पर जनपद सीईओ प्रतापपुर के निर्देश पर ग्राम सचिव के माध्यम से तत्काल 20 किलोग्राम चावल व 2 किलोग्राम दाल अभिषेक के घर पहुॅचाया गया। अभिषेक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं जिला प्रशासन को संकट के समय इस मदद के लिए धन्यवाद दिया है ।
वर्तमान में सूरजपुर जिले के 36 क्वारंटाईन सेंटर में लगभग 840 श्रमिकों एवं प्रवासियों कोे रखा गया है। क्वारंटाईन सेंटर में सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। इसके साथ फिजीकल डिस्टेंस में रखने के लिए अलग-अलग कमरे उपलब्ध करायी गयी है ।