उज्जैन आईटीआई में मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब स्थापित की जाएगी, लैब में छात्रों को प्रशिक्षण दिया जाएगा
उज्जैन
उज्जैन आईटीआई में मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब स्थापित की जाएगी। मध्य प्रदेश में तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को नई दिशा देने के लिए सीमेंस फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और कौशल विकास संचालनालय के बीच महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इसके तहत उज्जैन स्थित शासकीय संभागीय आईटीआई में स्थापित की जाने वाली एक अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब डिजाइन, सीएनसी प्रोग्रामिंग, 3डी प्रिंटिंग और डिजिटल टेक्नोलॉजीज के माध्यम से कौशल विकास को नई दिशा देगी। यह पहल प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मानकों पर आधारित तकनीकी प्रशिक्षण देकर उन्हें प्रतिस्पर्धी बनाने का प्रयास है।
सीएडी तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा
मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी लैब को सीमेंस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीएसआर से बनाया जाएगा। यह लैब औद्योगिक डिजिटलीकरण और उन्नत तकनीकों का केंद्र बनेगी। इसमें छात्रों को डिज़ाइन और माडलिंग कौशल विकसित करने के लिए सीएडी तकनीक का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लैब में एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, 3डी प्रिंटिंग की अत्याधुनिक तकनीकों पर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा, जो छात्रों को उत्पाद निर्माण की नई प्रक्रियाओं से परिचित कराएगा। इसके अलावा, डिजिटल कौशल और इंडस्ट्री 4.0 के अनुरूप आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर, छात्रों को भविष्य के उद्योगों की जरूरतों के लिए तैयार किया जाएगा।
चार प्रमुख इंडस्ट्री क्लस्टर के अंतर्गत 40 आईटीआई में दिया जाएगा प्रशिक्षण
कौशल विकास संचालनालय और सीमेंस लिमिटेड के बीच इंडो-जर्मन इनिशिएटिव फार टेक्निकल एजुकेशन (इग्निट) प्रोग्राम के दूसरे चरण के तहत द्विपक्षीय समझौता (एमओयू) भी हुआ। इस अवसर पर कौशल विकास संचालनालय के संचालक गिरीश शर्मा और सीमेंस लिमिटेड के धर्मवीर सिंह ने इस समझौते का आदान-प्रदान किया। इग्निट प्रोग्राम, जर्मन ड्यूल वीईटी (दोहरे व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण) माडल पर आधारित है। इस प्रोग्राम के तहत प्रदेश के चार प्रमुख इंडस्ट्री क्लस्टर- ग्वालियर/शिवपुरी, जबलपुर/कटनी, सागर/दमोह और रीवा/सतना के अंतर्गत 40 शासकीय आईटीआई का चयन किया गया है। इन संस्थानों में 10 प्रमुख ट्रेडों जैसे इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रानिक मैकेनिक, फिटर, टर्नर, और वेल्डर के छात्रों को उद्योग आधारित इन-प्लांट प्रशिक्षण दिया जाएगा।