मंडी लोकसभा सीट अब बनी नाक की लड़ाई?हिमाचल में प्रियंका गांधी की दो टूक कैसे भी जीतो
मंडी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। टिकट मिलने के बाद कंगना कांग्रेस और खासतौर पर राहुल गांधी को लेकर अटैकिंग मोड में हैं। बीते दिनों उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हालात का मारा तक कह दिया था। कंगना ने कहा था कि दोनों का राजनीति में कोई फ्यूचर नहीं है। ऐसे में अब प्रियंका गांधी ने हिमाचल के कांग्रेस नेताओं से मंडी का चुनाव कठिन बनाने और भाजपा को हराने के लिए कहा है।
कंगना को हराना ही होगा…
दरअसल, हिमाचल कांग्रेस नेताओं के साथ प्रियंका गांधी ने बैठक की। इस मीटिंग में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर मंथन किया गया। 'ट्रिब्यून' ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बैठक में प्रियंक ने कहा कि 'कंगना को हराना ही होगा।' उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सभी सीटों पर उत्साह के साथ कैंपेन करना होगा, खासतौर पर मंडी सीट पर। सूत्रों ने बयाया कि प्रियंका गांधी नहीं चाहती हैं कि कंगना रनौत चुनाव जीतकर संसद जाएं। बैठक में प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि वह चुनाव के आखिरी दो हफ्तों के दौरान अपने शिमला वाले घर में रहेंगी। साथ ही वह सभी उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी करेंगी।
मंडी क्यों बनी नाक की लड़ाई?
हिमाचल में लोकसभा की कुल 4 सीटें हैं। इनमें से तीन सीटों पर भाजपा का कब्जा है। वहीं मंडी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह सांसद हैं। ऐसे में भाजपा ने अब इस सीट से कंगना रनौत को मैदान में उतारा है। कंगना लगातार कांग्रेस और राहुल-प्रियंका पर जमकर अटैक कर रही हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह सीट 'नाक' की लड़ाई बनती जा रही है। कांग्रेस किसी भी कीमत पर इस सीट पर हारना नहीं चाहती है। ऐसे में प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह का नाम इस सीट पर आलाकमान ने फाइनल किया है।
क्या बोली थीं कंगना?
कंगना रनौत ने कुछ दिनों पहले कहा था कि 'राहुल गांधी हालात के मारे हुए हैं। उनकी मां ने उनपर दबाया बनाया है इसलिए वह राजनीति में सफल नहीं हो पा रहे हैं।' कंगना ने राहुल की निजी जिंदगी पर कमेंट करते हुए कहा कि 'न तो उनका परिवार बस पा रहा है और न ही करियर बन पा रहा है।' कंगना ने प्रियंका पर भी जमकर निशाना साधा था। ऐसे में अब प्रियंका गांधी ने हिमाचल के कांग्रेस नेताओं को जोर लगाकर कैंपेन करने को कहा है।
कंगना का मुकाबला किससे?
दिल्ली में हुई प्रदेश कांग्रेस को-ऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक के बाद स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में नया ट्विस्ट आ गया है। मंडी सीट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की 'हां' और 'नहीं' के बीच उनकी जगह पीडब्ल्यूडी मंत्री और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह का नाम आगे किया गया हैं। अब दिल्ली में ही 10 अप्रैल को प्रस्तावित सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक में विक्रमादित्य सिंह के नाम पर अंतिम फैसला होगा। वहीं शिमला सीट पर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप की कांग्रेस में एंट्री की चर्चा है।