Madhya Pradesh

शिव आराधना का पर्व महाशिवरात्रि इस वर्ष 26 फरवरी को मनाया जाएगा

इंदौर
शिव आराधना का पर्व महाशिवरात्रि इस वर्ष 26 फरवरी को त्रिग्रही युति योग में मनाया जाएगा। इस बार महाशिवरात्रि उनके पुत्र गणेश के प्रिय दिन बुधवार को पड़ेगी। इसका पूजन शताब्दी में एक बार बनने वाले खास योग में होगी। ज्योर्तिविद् आचार्य शिवप्रसाद तिवारी के अनुसार महाशिवरात्रि पर्व इस दिन पुत्र गणेश के पूजन के दिन बुधवार को श्रवण के बाद घनिष्ठा नक्षत्र में परिध योग में मकर राशि में चंद्रमा की मौजूदगी में मनाया जाएगा। इस दिन मकर राशि में चंद्रमा की मौजूदगी में सूर्य, बुध व शनि की युति कुंभ राशि में रहेगी। ऐसे समय जब कोई पर्व आता है, तो उस समय ग्रह, योग, नक्षत्र को देखा जाता है। इस अवसर पर ग्रहों के परिभ्रमण का असर भू मंडल पर पढ़ता है।

25 हजार लोगों के लिए गुटकेश्वर महादेव फरियाली भंडारा
श्री गुटकेश्वर धाम सद्गुरु परिवार न्यास द्वारा किला मैदान स्थित गुटकेश्वर महादेव मंदिर रानी लक्ष्मीबाई चौराहा पर नगर फरियाली भंडारा का आयोजन किया गया है, जिसमें 25 हजार से अधिक भक्त सम्मिलित होंगे। भजनों की प्रस्तुतियां एवं वृंदावन के कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिका की प्रस्तुति भी दी जाएगी। सुबह गुटकेश्वर महादेव का वेद मंत्रों के बीच अभिषेक होगा और शाम को श्रृंगार किया जाएगा। 25 हजार रुद्राक्ष को वितरित करेंगे।

बाणेश्वर कुंड से निकलेगी भगवान की बारात
शहर के प्राचीन शिव मंदिर में से एक बाणेश्वरी कुंड स्थित शिव मंदिर पर भी तीन दिनी आयोजन होगा। इसमें 24 को सुबह 8 बजे बाणेश्वरी महादेव का अभिषेक, दोपहर 1 बजे महादेव को हल्दी व मेहंदी लगाई जाएगी। इसके बाद भजनों की प्रस्तुति होगी।
इसके लिए आसपास की 100 बस्तियों की महिलाओं को आमंत्रण दिया जा रहा है। 25 फरवरी को पांच हजार रुद्वाक्ष का वितरण होगा। 26 फरवरी को शृंगार दर्शन एवं महाआरती निकलेगी।

शिवधाम में विवाह उत्सव की तैयारी शुरु
शहर के श्रमिक क्षेत्र के परदेशीपुरा स्थित शिवधाम में विवाह उत्सव की तैयारी शुरु हो गई है।पांच दिनी महोत्सव में सैकड़ों महिलाएं भगवान के तल-हल्दी लगाएगी। इसके साथ ही भगवान का शृंगार दुल्हे स्वरूप में होंगे। कपलेश्वर महादेव मंदिर काटजू कालोनी में भगवान शिव-पार्वती का दुल्हे-दुल्हन रूप में शृंगार किया जाएगा।नौलखा स्थित मनकामेश्वर मंदिर में हर वर्ष की तरह झांकी सजाई जाएगी। दिनभर में सैकड़ों लोग पहुंचकर दर्शन-पूजन करेंगे।