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स्‍मार्टफोन्‍स की दुनिया में मेड इन इंडिया धमक

नई दिल्ली

कुछ साल पहले तक सब यही कहते थे कि भैया फोन तो चाइनीज है, चाइना से आता है और भारत में बिकता है। मोदी सरकार के दौर में चीजें बदल गईं। आज आप और हम चाहे जिस कंपनी का स्‍मार्टफोन खरीदें, वो कंपनी जिस देश से भी ताल्‍लुक रखती हो, बेच तो मेड इन इंडिया स्‍मार्टफोन ही रही है। ना सिर्फ बेच रही है बल्कि मेड इन इंडिया स्‍मार्टफोन का शिपमेंट दुनियाभर में बढ़ रहा है। काउंटरपॉइंट की 'मेक इन इंडिया' सर्विस रिपोर्ट के अनुसार भारत में बने स्मार्टफोन के शिपमेंट में 2024 में 6% की बढ़ोतरी हुई है। इसमें बड़ा योगदान दिया है सैमसंग और ऐपल ने। दोनों कंपनियों के भारत से बढ़ रहे निर्यात की वजह से खुश होने का यह मौका आया है।

काम कर रही सरकार की पीएलआई स्‍कीम
मेड इन इंडिया स्‍मार्टफोन्‍स को हकीकत बनाने में भारत सरकार की प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना ने अहम भूमिका निभाई है। इस स्‍कीम की वजह से दुनियाभर की स्‍मार्टफोन्‍स कंपनियों और मैन्‍युफैक्‍चरिंग कंपनियों के लिए भारत में काम करना आसान हुआ है। काउंटरपॉइंट की रिपोर्ट बताती है कि 2023 के मुकाबले 2024 में सैमसंग का भारत से स्‍मार्टफोन शिपमेंट 7 फीसदी बढ़ा है। ऐपल स्‍मार्टफोन्‍स बनाने वाले फॉक्‍सकॉन के शिपमेंट में 17 फीसदी का उछाल आया है। चाइनीज प्‍लेयर वीवो का शिपमेंट 14 फीसदी बढ़ा है, लेकिन ओपो के शिपमेंट में गिरावट देखी गई है, वह भी पूरे 34 फीसदी की।

DBG ने किया सबसे ज्‍यादा शिपमेंट
मेड इन इंडिया स्‍मार्टफोन्‍स के शिपमेंट में DBG सबसे आगे है। डीबीजी देश के दो प्रमुख स्‍मार्टफोन्‍स प्‍लेयर शाओमी और रियलमी के लिए काम करती है। शाओमी और रियलमी भारत की प्रमुख स्‍मार्टफोन कंपनियों में शामिल हैं। इनके साथ काम करने का फायदा डीबीजी को हुआ है।

टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स की ग्रोथ सबसे तेज
साल 2024 में टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनी बनी है। इसकी शिपमेंट 107% बढ़ी है। याद रहे कि iPhone 15 और iPhone 16 मॉडल को टाटा इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स भी बना रही है। कंपनी अब सेमीकंडक्‍टर के काराेबार में उतर गई है। इसके लिए उसने गुजरात में प्‍लांट लगाया है और अब असम में भी एक प्‍लांट लगाने की तैयारी है।

2025 में और ज्‍यादा ग्रोथ की उम्‍मीद
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि साल 2025 में भारत में स्‍मार्टफोन्‍स का प्रोडक्‍शन डबल डिजिट में बढ़ सकता है। ऐपल और सैमसंग जैसी कंपनियों का भारत से निर्यात बढ़ने की वजह से मेड इंडिया स्‍मार्टफोन्‍स की शिपमेंट में भारत को और फायदा होने की उम्‍मीद है।