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हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड मलिक और मोईद के खिलाफ लुक आउट नोटिस, संपत्ति की होगी जांच

हल्द्वानी
उत्तराखंड के हल्द्वानी हिंसा केस में अब मुख्य आरोपियों की धर-पकड़ के लिए कार्रवाई को तेज कर दिया गया है। हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड तो अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद की गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं। हिंसा के नौ दिन बीतने के बाद भी अब तक दोनों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता नहीं मिली है। वहीं, दोनों आरोपियों के विदेश भागने की भी आशंका जताई जा रही है। इसको देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है। अब्दुल मलिक और अब्दुल मोईद अब देश- विदेश की सुरक्षा एजेंसियों की रेडार पर भी आ गए हैं। वहीं, नैनीताल पुलिस की ओर से दोनों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में लगातार दबिश दी जा रही है। दोनों के बैंक अकाउंट ट्रेस कर उसे सीज करने की भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

9 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली

अब्दुल मलिक और अब्दुल मोईद को कानूनी शिकंजे में लाने में नैनीताल पुलिस कामयाब नहीं हो पाई है। लगातार अलग- अलग राज्यों में दोनों की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं। दबिश तेज की गई है। इसके बाद भी दोनों तक पहुंच नहीं बन रही है। पुलिस ने दोनों के विदेश से जुड़े सूत्रों को भी खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि अब्दुल मलिक ने ठेकेदारी के साथ तमाम वैध- अवैध कामों से अकूत संपत्ति जमा की है। देश से लेकर विदेश तक मलिक के मजबूत संबंधों की बात भी कही है। पुलिस की जांच में यह बात भी सामने आई है कि अब्दुल मलिक की ओमान, संयुक्त अरब अमीरात और दुबई में भी रिश्तेदारी है।

गुरुवार को कोतवाली सभागार में एसएसपी पीएन मीणा ने नोटिस जारी होने की जानकारी थी एसएसपी ने कहा कि उपद्रव के आरोपी मलिक को किसी सूरत में हाथों से नहीं निकलने दिया जाएगा। मलिक और उसके बेटे को देश छोड़कर जाने से रोकने के लिए मंत्रालय ने दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है। दोनों उन्होंने बताया कि देश- विदेश की सभी सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियां दोनों।की तलाश में जुट गई है।

मालिक और बेटे की संपत्ति का हो रहा आकलन

कोर्ट की कोर्ट से संपत्ति की पूर्ति का आदेश मिलने के बाद नैनीताल पुलिस ने अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मलिक की नामी और बेनामी संपत्ति चिह्नित करना शुरू कर दिया है। इसके आकलन का काम भी शुरू किया गया है। दोनों आरोपियों की संपत्ति की तलाश उत्तराखंड, यूपी और हरियाणा में की जा रही है। अब्दुल मलिक उत्तराखंड के बनभूलपूरा का निवासी है। वह यूपी में लंबे समय तक कारोबार करता रहा है। इसके अलावा, लोकसभ चुनाव 2004 में बसपा के टिकट पर अब्दुल मलिक ने हरियाणा की फरीदाबाद सीट से चुनाव लड़ा था। उसकी तीनों राज्यों में करोड़ों की संपत्ति होने की बात कही जा रही है।

बनभूलपुा हिंसा के शुक्रवार को 9 दिन हो चुके हैं। प्रशासन की ओर से बनभूलपुरा क्षेत्र में लगाए कर्फ्यू में ढील दी गई है। हिंसा प्रभावित इलाके में 2 घंटे और इससे लगे कुछ इलाके में 7 घंटे की राहत दी गई है। पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की निगरानी में प्रभावित इलाके के लोगों को घरों से निकाल कर खरीददारी और जरूरी कार्य करने की इजाजत दी गई है। गुरुवार को बनभूलपुरा में 2 घंटे की छूट के दौरान पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की निगरानी में दैनिक उपयोग की दुकानें खुलीं। शुक्रवार को कर्फ्यू में 3 घंटे की छूट दी गई है।