लोकमाता देवी अहिल्याबाई राष्ट्र निर्माण में नारी शक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
लोकमाता देवी अहिल्याबाई राष्ट्र निर्माण में नारी शक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
"नागरिक देवो भवः" वर्तमान में गवर्नेंस का मंत्र है – प्रधानमंत्री मोदी
"जो कुछ भी हमें मिला है वह जनता का दिया ऋण है" "जनता की सेवा और उनके जीवन में सुधार लाना ही शासन का उद्देश्य"
हमारी सरकार वूमेन लेड डेवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है
घर, नल से जल, बिजली, एलपीजी गैस जैसी सुविधाएं महिला-बहनों के सम्मान का विनम्र प्रयास
देवी अहिल्याबाई ने विकास के साथ विरासत को सहेजा था
देवी अहिल्या बाई के विकास के मॉडल में गरीबों और वंचितों को प्राथमिकता थी, वे राष्ट्र निर्माण के लिए परिवर्तन लाने वाली शासिका थी
सरकार हर क्षेत्र में बहनों को सशक्त कर रही
ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारी शक्ति के सामर्थ्य का प्रतीक बना
अब सैनिक बेटियां मोर्चे पर तैनात हो रही हैं, एनडीए से महिला कैडेट्स का पहला बैच पासआउट हुआ
प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्याबाई पर केन्द्रित प्रदर्शनी का किया अवलोकन
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री मोदी को बैतूल के भरेवा शिल्प से निर्मित पुष्पक विमान की कृति भेंट की
प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर को समर्पित डाक टिकिट और सिक्का जारी किया
प्रधानमंत्री मोदी ने किया इंदौर मेट्रो का शुभारंभ और दतिया व सतना एयरपोर्ट का लोकार्पण
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश के 1271 अटल ग्राम सेवा सदनों के लिए 483 करोड़ रूपए की पहली किस्त जारी की
नारी सशक्तिकरण के प्रतीक स्वरूप प्रदेश की चार महिलाओं ने किया प्रधानमंत्री मोदी का अभिवादन
प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्या राष्ट्रीय सम्मान से डॉ. जयमती कश्यप को किया सम्मानित
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जापान को पीछे छोड़ भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
केन्द्र के साथ कदम से कदम मिलाकर विकास पथ पर अग्रसर है राज्य सरकार
प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को किया संबोधित
भोपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई राष्ट्र निर्माण में नारी शक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। समाज में बड़ा परिवर्तन लाने वाली लोकमाता देवी अहिल्या को श्रद्धापूर्वक नमन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्या के प्रेरक कथन "जो कुछ भी हमें मिला है वह जनता द्वारा दिया ऋण है- जिसे हमें चुकाना है" का स्मरण किया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए कार्य कर रही है, "नागरिक देवो भवः" वर्तमान में गवर्नेंस का मंत्र है। लोकमाता देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती, सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा और राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथी प्रयासों में अपना योगदान देने का अवसर है। देवी अहिल्याबाई का मानना था कि "जनता की सेवा और उनके जीवन में सुधार लाना ही शासन का उद्देश्य है", उनकी इस सोच को आगे बढ़ाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार वूमेन लेड डेवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है, सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं- बहने -बेटियां हैं। देश में गरीबों के लिए चार करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और इनमें से अधिकतर घर माता -बहनों के नाम पर हैं, वे पहली बार घर की मालकिन बनी हैं। सरकार हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, माता-बहनों को असुविधा न हो और बेटियां पढ़ाई लिखाई में ध्यान दे सकें, इस उद्देश्य से बिजली, उज्जवला गैस भी उपलब्ध कराई गई हैं। यह सुविधाएं माता बहनों के सम्मान का विनम्र प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के 300वीं जयंती वर्ष के अवसर पर भोपाल में जम्बूरी मैदान पर महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में लोकमाता अहिल्या बाई द्वारा सुशासन, महिला स्वावलंबन, धार्मिक स्थलों के उन्नयन के लिए संचालित गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही देवी अहिल्या पर केंद्रित पुस्तकें और शोध पत्र भी प्रदर्शित किए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने हथकरघा- हस्तशिल्प को समर्पित महिलाओं और ड्रोन दीदी से संवाद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए जारी गतिविधियों, ग्रामीण आवास योजना, ग्रामीण पर्यटन, कृषि आदि क्षेत्र में महिलाओं द्वारा की जा रही पहल और ग्रामीण व नगरीय निकायों में महिला प्रतिनिधित्व के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदर्शनी में प्रदेश में अधोसंरचना विकास के अंतर्गत संचालित गतिविधियों, विभिन्न धार्मिक लोक के विकास सहित राज्य के अन्य विकासोन्मुखी नवाचारों का भी अवलोकन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकमाता देवीअहिल्याबाई होल्कर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस अवसर पर उपस्थित थे। प्रधानमंत्री मोदी का राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने देवी अहिल्याबाई होल्कर के जरी जरदोजी से बना चित्र भेंट कर अभिवादन किया। प्रधानमंत्री मोदी को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पगड़ी पहना कर तथा बैतूल जिले के भरेवा शिल्प से निर्मित पुष्पक विमान भेंट कर उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन की प्रतीक प्रदेश की चार महिलाओं ने भी स्वागत किया। इस क्रम में जबलपुर में कैंसर रोगियों की देखरेख को समर्पित सुज्ञानेश्वरी देवी, पहली भारतीय कैनोइस्ट और अर्जुन पुरस्कार प्राप्त सुप्राची यादव ,ग्राम स्तर पर स्वच्छता और विकास कार्यों को समर्पित ग्राम तिरला-जिला धार की सरपंच श्रीमती आरती पटेल और महेश्वरी साड़ी निर्माण में लगी नागेश्वरी स्वयं सहायता समूह महेश्वर की सुमीनाक्षी ठाकले ने स्वागत अभिवादन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनजातीय कलाकार डॉ. जयमती कश्यप को देवी अहिल्या बाई राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर को समर्पित डाक टिकट और 300 रूपये का सिक्का जारी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने दतिया और सतना एयरपोर्ट का लोकार्पण तथा इंदौर मेट्रो का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में 1271 नए अटल ग्राम सेवा सदन (पंचायत भवन) निर्माण के लिए प्रथम किस्त के अंतर्गत 483 करोड़ रुपए का वर्चुअल अंतरण भी किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंदौर मेट्रो की शुरुआत और दतिया व सतना के हवाई सेवा से जुड़ने से मध्यप्रदेश में सुविधाएं बढ़ेंगी, विकास को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसरों का इससे सृजन भी होगा। मध्यप्रदेश में अनेक विकास के कार्य हो रहे हैं। भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को अब मेट्रो की पहचान मिली है। केंद्र सरकार ने मालवा क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं के विस्तार के लिए रेल लाइनों के विकास को मंजूरी दी है। दतिया व सतना के हवाई सेवा से जुड़ने से अब मां पीतांबरा और मां शारदा देवी के दर्शन और सुलभ हो जाएंगे। बुंदेलखंड और बघेलखंड की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। आज भारत को अहिल्याबाई की प्रेरणा से अपना परिश्रम और सामर्थ्य बढ़ाना है। रानी कमलापति, रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, रानी चेनम्मा जैसे नाम हमें गौरव से भर देते हैं। हमें भारत की नींव मजबूत करनी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई ने अपने कार्यकाल में विकास के साथ विरासत को सहेजा था। आज का भारत भी इसी संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज बेटियां डॉक्टर, इंजीनियर और साइंटिस्ट बन रही हैं। गांव-गांव में बैंक सखियां बैंकिंग व्यवस्था को मजबूत कर रही हैं। एक समय था, जब महिलाओं को नई तकनीक से दूर रखा जाता था लेकिन आज गांव की बहनें ड्रोन दीदी बनकर खेती में मदद कर रही हैं। गांव में उनकी अलग पहचान बन रही हैं। पहले महिलाएं अपनी बीमारियां छिपाती थी, क्योंकि परिवार पर इलाज का बोझ न पड़े लेकिन अब महिलाएं आयुष्मान योजना में 5 लाख तक का नि:शुल्क इलाज करा सकती हैं। गत 11 साल में हमारी केन्द्र और राज्य की सरकारों ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया है। हमारी सरकार ने 30 करोड़ जनधन खाते खुलवाए हैं, जिनमें उन्हें पैसे भेजे जा रहे हैं। बहनें आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। मुद्रा योजना का लाभ लेने वाली ज्यादातर महिला उद्यमी हैं। देशभर में 10 करोड़ बहनें स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं और कमाई कर रही हैं। सरकार ने 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। नमो ड्रोन योजना के अंतर्गत अब तक 1.5 करोड़ बहने लखपति बन चुकी हैं। देश में साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। चंद्रयान 3 मिशन में 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक शामिल थीं। देश में स्टार्टअप की संख्या बढ़ रही है, इनमें 45 प्रतिशत नेतृत्व महिलाओं के पास है। हमारी सरकार में पहली बार पूर्णकालिक महिला रक्षा और वित्त मंत्री बनीं। इस बार 75 सांसद महिलाएं हैं, पंचायतों में भी महिला प्रतिनिधियों की भागीदारी बढ़ रही है। सरकार के नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पीछे भी यही भावना है। अब संसद और विधानसभाओं में भी महिला आरक्षण दे दिया गया है। भारत सरकार बहनों को हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मां भारती और मातृशक्ति को प्रणाम करते हुए कहा कि महासम्मेलन में बड़ी संख्या में आईं माताओं-बहनों के दर्शन पाकर मैं धन्य हो गया हूं। लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर नाम सुनकर मन में श्रद्धा का भाव आता है। उनके संकल्पों से सीख मिलती है कि परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों न हो इच्छाशक्ति से उन्हें पूर्ण किया जा सकता है। आज से 250-300 साल पहले जब देश गुलामी की बेड़ियों में जकड़ा था, तब उन्होंने इन कार्यों को पूर्ण किया। वे हमेशा शिवलिंग साथ लेकर चलती थीं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में राज्य का कार्यभार संभाला और राज्य को समृद्धि दी। देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की संरक्षक थीं। जब देशभर में हमारे मंदिरों, तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे तो उन्होंने इन्हें संरक्षित करने का कार्य किया। उन्होंने काशी विश्वनाथ समेत अनेक मंदिरों का निर्माण कराया। प्रधामनंत्री मोदी ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि काशी ने उन्हें भी सेवा का अवसर दिया है। काशी में देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी देखने को मिलती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने विकास का ऐसा मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने उद्योग, खेती और जल संरक्षण को बढ़ावा दिया। वर्तमान में कैच द रैन के माध्यम से बारिश की एक-एक बूंद बचाने का प्रयास हो रहा है। देवी अहिल्याबाई ने 250-300 साल पहले हमें जल संरक्षण का रास्ता दिखाया था। उन्होंने किसानों को कपास की खेती के लिए प्रेरित किया। देवी अहिल्या ने किसानों को धान और गेंहू की खेती के अतिरिक्त फसल विविधीकरण को प्रोत्साहन दिया। देवी अहिल्या ने महेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए। वे हुनर की पारखी थीं, जूनागढ़ (गुजरात) से कुछ बुनकर परिवारों को महेश्वर लाकर साड़ी उद्योग को बढ़ावा दिया। आज महेश्वरी साड़ी देश की महिलाओं की पसंद बन चुकी है। देवी अहिल्याबाई ने समाज सुधार की दिशा में कार्य किए। वे हमेशा मातृशक्ति के विकास के बारे में सोचती थीं। उन्होंने बाल विवाह को रोकने के लिए कदम उठाए। उन्होंने समाज सुधारकों को भरपूर समर्थन दिया। मालवा की सेना में महिलाओं की एक टुकड़ी बनाई। मां अहिल्या के कार्यकाल में महिलाओं की ग्राम सुरक्षा टोलियां बनाई गई थीं। पश्चिम के लोग हमें माताओं-बहनों के नाम पर नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं, लेकिन देवी अहिल्याबाई की सोच और कार्य महिला सशक्तिकरण को समर्पित थे। वे राष्ट्र निर्माण के लिए परिवर्तन लाने वाली शासक थीं। उनका आशीर्वाद हम सभी पर बना रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत संस्कृति का देश है, सिंदूर हमारी परंपरा है। यह हनुमान जी को चढ़ता है और बहनों के लिए सम्मान का प्रतीक है। यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है। पहलगाम में आतंकियों ने भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, हमारी संस्कृति पर प्रहार किया है। उन्होंने भारत को बांटने की कोशिश की। आतंकियों ने भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी, लेकिन यह शक्ति उनके लिए काल बन गई। ऑपरेशन सिंदूर बंद नहीं हुआ है, यह आतंकियों के खिलाफ सबसे सफल ऑपरेशन है। जहां तक पाकिस्तानी सेना ने सोचा नहीं था, भारतीय सेना ने कई सौ किलोमीटर अंदर धुसकर उन्हें मारा है। अब जो आतंकियों की मदद करेगा, उसे भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत का हर नागरिक कह रहा है कि अगर तुम गोली चलाओगे तो गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारी शक्ति के सामर्थ्य का प्रतीक बना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीएसएफ का इस ऑपरेशन में बड़ा रोल रहा है। बीएसएफ की बेटियां सीमा से मोर्चा संभाल रही थीं। उन्होंने दुश्मनों की कई पोस्ट ध्वस्त कर अद्भुत शौर्य दिखाया है। आज दुनिया राष्ट्र रक्षा में भारत की बेटियों का शौर्य देख रही है। भारत सरकार ने पहली बार सैनिक स्कूलों के दरवाजे बेटियों के लिए खोले हैं। वर्ष 2014 से पहले एनसीसी में सिर्फ 25 प्रतिशत बेटियां कैडेट्स होती थीं। हमारी सरकार ने इसे 50 प्रतिशत किया है। उन्होंने बताया कि कल ही एनडीए से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। अब बेटियां मोर्चे पर तैनात हो रही हैं। बेटियां युद्धपोत संभालने से लेकर लड़ाकू विमान तक उड़ा रही हैं। नेवी की दो वीर बेटियों ने 250 दिनों में नाव से धरती का चक्कर लगाया है। यह बोट सिर्फ हवा से चलती है, यह दिखाता है कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो भारत की बेटियां उस पर विजय पा सकती हैं। नक्सल ऑपरेशन में भी बेटियां सुरक्षा की ढाल बन रही है।
मुख्यमंत्री ड़ॉ. यादव ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि दुनिया के सबसे बड़े गणतंत्र के नायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देवी अहिल्याबाई होल्कर की पावन धरा पर पधारे हैं। हमारे लिए आज का दिन अद्वितीय है। लोकमाता अहिल्या महारानी का जन्म 300 वर्ष पूर्व हुआ। उन्होंने एक आदर्श बहू और आदर्श पत्नी रहते हुए शासन चलाया। देवी अहिल्या ने घर के धन और शासन के धन का अंतर बताया। उनके कार्यकाल को देखा जाए तो आज अहिल्या माता के सुशासन के आधार पर ही पूरा शासन तंत्र चल रहा है। मध्यप्रदेश में विगत 500 साल के काल पर नजर डालें तो गोंडवाना की रानी अवंतीबाई ने तीन बार अकबर को धूल चटाई थी। इसी प्रकार रानी दु्र्गावती ने भी मुगलों के सामने कभी भी आत्मसम्मान से समझौता नहीं किया। ग्वालियर की राजमाता सिंधिया ने भी भारतीय लोकतंत्र को मजबूत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर की सुमित्रा ताई को लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी देकर प्रदेश का मान बढ़ाया। आज राष्ट्रपति भी एक महिला हैं। अहिल्या देवी की 300वीं जयंती के अवसर पर पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ड़ॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने आतंकी सरकार और आतंकवादियों को धूल चटाई । पूरा देश आपका अभिनंदन कर रहा है। जिन आतंकियों ने बहनों का सिंदूर उजाड़ने का काम किया, उन्हें सबक सिखाया है। उन्होंने कहा कि भारत ने जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उपलब्धि हासिल की है। मध्यप्रदेश सरकार गरीब, किसान, युवा और नारी सहित हर वर्ग के कल्याण के लिए केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में शिखर पर पहुंचेगा।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री, जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, सांसद खजुराहो वी.डी. शर्मा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, सूक्ष्म एवं लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कुमार काश्यप, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती निर्मला भूरिया, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, संस्कृति पर्यटन धार्मिक न्यास मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, पंचायत और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह, भोपाल सांसद आलोक शर्मा और भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय उपस्थित थी। कार्यक्रम में इंदौर से केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्यमंत्री तोखन साहू तथा प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास, संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, दतिया से केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू तथा प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एंदल सिंह कंषाना, सतना से केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल तथा प्रदेश के कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री दिलीप जायसवाल वर्चुअली शामिल हुए।