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ज्येष्ठ पूर्णिमा: जानें मां लक्ष्मी की कृपा कैसे प्राप्त करें

ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा का व्रत धार्मिक मान्‍यताओं के अनुसार मां लक्ष्‍मी को समर्पित होता है। इस दिन व्रत करके शाम को विधि विधान से पूजा करने से मां लक्ष्‍मी आपके ऊपर मेहरबान होती हैं। साथ ही कुछ महत्‍वपूर्ण उपाय भी इस दिन के लिए खास माने गए हैं। इन उपाय को करने से मां लक्ष्‍मी प्रसन्‍न होकर आपको करियर में उन्‍नति प्रदान करती हैं और साथ ही कारोबार में भी दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्‍की होती है। आपके घर में मां लक्ष्‍मी के चरण पड़ते हैं और आपके पूरे परिवार के ऊपर उनकी खास कृपा होती है। देखें क्‍या हैं ये खास उपाय।

गुलाब के फूल का उपाय

पूर्णिमा तिथि पर शाम की पूजा में मां लक्ष्‍मी को गुलाब के फूल की माला अर्पित करें। मां लक्ष्‍मी को गुलाब के फूल बेहद प्रिय माने जाते हैं। इसके साथ ही 3 गुलाब के फूल लें और 3 बेला के फूल लें। इनको हाथ में लेकर मां लक्ष्‍मी के समक्ष हाथ जोड़कर अपनी मनोकामना बोलें और प्रार्थना करें। मन की मन मां लक्ष्‍मी की छवि का ध्‍यान करें। उसके बाद इन फूलों को जाकर बहते जल में प्रवाहित कर दें। शीघ्र ही आपके जीवन पर मां लक्ष्‍मी की कृपा दिखनी शुरू हो जाएगी।

तुलसी का उपाय

ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा की शाम को तुलसी के पेड़ के नीचे बैठकर घी का दीपक जलाएं और यहीं पर बैठकर श्रीसूक्‍त का पाठ करें और उसके बाद सत्‍यनारायण भगवान की कथा का पाठ करें। पूजा संपन्‍न होने के बाद तुलसी के पेड़ पर जल चढ़ाकर 11 बार उसकी परिक्रमा करें। इस उपाय को करने से आपके घर पर मां लक्ष्‍मी की कृपा आना शुरू हो जाएगी और आपको जल्‍द ही इसका असर दिखने लगेगा।

खीर का उपाय

ज्‍येष्‍ठ पूर्णिमा पर मां लक्ष्‍मी को रात में सोने से पहले खीर का भोग लगाएं और फिर उस खीर को ढककर वहीं छोड़ दें। उसके बाद अगले दिन स्‍नान करने के बाद उस खीर को पूजा के स्‍थान से उठा लें और मां लक्ष्‍मी का ध्‍यान करते हुए परिवार के सभी सदस्‍यों को खिलाकर ही काम पर भेजें। ऐसा करने से आप और परिवार के सभी लोगों को जल्‍द ही करियर और कारोबार में खुशखबरी मिलेगी।

दूध और शहद का उपाय

पूर्णिमा तिथि मां लक्ष्‍मी के साथ ही उनके भाई माने जाने वाले चंद्रमा को मजबूत करने के लिए भी बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन रात को चंद्रोदय होने के बाद चांद की खूबसूरती को निहारते हुए उसे दूध और शहद अर्पित करें और मन ही मन मां लक्ष्‍मी का ध्‍यान करें। आपकी कुंडली में चंद्रमी की स्थिति मजबूत होगी और साथ ही मां लक्ष्‍मी की भी कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।

पीपल के पेड़ का उपाय

पूर्णिमा तिथि की शाम को पीपल के पेड़ की पूजा करने से देवता और पितर दोनों आपसे प्रसन्‍न होकर आशीर्वाद देते हैं। शाम को पीपल के पेड़ पर दीपक जलाएं और साथ ही सफेद मिठाई से भोग भी लगाएं। पीपल के पेड़ को धनदाता वृक्ष भी माना गया है। इसकी पूजा करने से मां लक्ष्‍मी भी आपसे खुश होकर सुख समृद्धि के साथ धन में वृद्धि करती हैं।