न्यायमूर्ति जे.के. महेश्वरी न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली ने पौधा रोपित कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
जबलपुर
आज माननीय न्यायमूर्ति श्रीमान जे.के महेश्वरी न्यायाधीश, माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली के द्वारा अपने मध्य प्रदेश राज्य भ्रमण के दौरान माननीय मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा संचालित पंच–ज अभियान अंतर्गत वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की दृष्टि से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में पौधारोपण किया गया।
पंच–ज अभियान माननीय मध्य प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा संचालित है जिसके अंतर्गत पंच–ज अर्थात जल, जन,जंगल,जमीन,जानवर, का संरक्षण उक्त अभियान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमान पी. सी.गुप्ता के मार्गदर्शन में समस्त अनूपपुर जिले में वन विभाग एवं अन्य प्रशासनिक विभागों के समन्वय से वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित का रहा है। इस दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर श्री प्रकाशमणि त्रिपाठी, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला न्यायालय अनूपपुर/ अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर श्रीमान पी.सी. गुप्ता, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला न्यायालय डिंडोरी सुश्री नीना आशापुरे,
जिला एवं सत्र न्यायालय अनूपपुर से द्वितीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री नरेंद्र पटेल, जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश /सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती मोनिका आध्या, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती चैनवती ताराम, व्यवहार न्यायाधीश श्रीमती पारुल जैन,
तहसील सिविल न्यायालय कोतमा प्रथम जिला एवं अपर सत्र0न्यायाधीश श्री जय सिंह सरोते,द्वितीय जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश महेंद्र कुमार उइके, व्यवहार न्यायाधीश श्री रविंद्र कुमार शिल्पी, व्यवहार न्यायाधीश गुंजन गोड़,व्यवहार न्यायाधीश रश्मि बागरे,व्यवहार न्यायाधीश अरुण सिंह ठाकुर, तहसील सिविल न्यायालय राजेंद्र ग्राम से जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश श्री पवन संखवार, व्यवहार न्यायाधीश श्री सुनील कुमार खरे, व्यवहार न्यायाधीश श्री निखिल सिंघई, पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र सिंह पवार, एसडीएम पुष्पराजगढ़ श्री सुधाकर बघेल, एसडीओपी पुष्पराजगढ़ श्री नवीन तिवारी एवं समस्त पुलिस अधिकारीगण एवं प्रशासनिक अधिकारिगण उपस्थित रहे।