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जीतू पटवारी ने इमरती देवी पर विवादित बयान को लेकर दी सफाई, अब क्या कह दिया?

भोपाल

मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. साथ ही राजनीतिक दलों के बीच सियासी तकरार भी अपने चरम पर है. इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी (Jitu Patwari) ने गुरुवार (2 मई) को पूर्व कैबिनेट मंत्री इमरती देवी को लेकर एक विवादित बयान दिया.

मीडिया से चर्चा करते हुए पटवारी ने पूर्व मंत्री इमरती देवी को लेकर बयान देते हुए कहा था कि 'देखो ऐसा है इमरती जी का अब रस खत्म हो गया, अंदर जो चासनी होती है.' इसके बाद अब पटवारी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर सफाई पेश की. उन्होंने एक्स पर लिखा कि 'मेरे एक बयान को तोड़मरोड़ कर, गलत संदर्भ में प्रस्तुत किया जा रहा है. मेरी मंशा सिर्फ सवाल के जवाब को टालने की थी. इमरती जी मेरी बड़ी बहन जैसी हैं और बड़ी बहन मां के समान होती है. यदि फिर भी किसी को ठेस पहुंची हो, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं.'

इमरती देवी ने क्या कहा?
वहीं जीतू पटवारी के बयान के बाद इमरती देवी ने कहा कि वो पटवारी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराएंगीं. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष ऊषा अग्रवाल ने पटवारी के बयान पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि 'मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की घृणित मानसिकता, महिलाओं में रस ढूंढते हैं कांग्रेसी. जिन जीतू पटवारी को भाजपा की एक दलित नेत्री में रस कम नजर आता है, क्या वही जीतू पटवारी सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को भी इस नजर से ही देखते हैं?'

'महिलाओं में रस ढूंढते हैं कांग्रेसी'
आशीष ऊषा अग्रवाल ने आगे कहा कि 'ऐसा क्यों है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महिलाओं को अपमानित करने के लिए नीच से नीच शब्द ढूंढकर लाते हैं. महिलाएं दिग्विजय सिंह को टंच माल, कमलनाथ को आइटम नजर आती हैं और इनका अनुसरण करते हुए जीतू पटवारी उनमें रस और चाशनी ढूंढ रहे हैं. कांग्रेस का मूलचरित्र ही महिला विरोधी है.जीतू पटवारी की इस घृणित और निंदनीय मानसिकता पर लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी क्या राय रखती हैं?'

बता दें डबरा सीट से लगातार तीन बार भारी बहुमत से चुनाव जीतने वाली इमरती देवी कमलनाथ सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री भी रही थी, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ इमरती ने भी कांग्रेस छोड़ दिया था. बीजेपी में शामिल होने के बाद इमरती देवी ने उपचुनाव और फिर साल 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं मिली.

बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा

ऊषा अग्रवाल ने कहा, "ऐसा क्यों है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महिलाओं को अपमानित करने के लिए नीच से नीच शब्द ढूंढकर लाते हैं। महिलाएं दिग्विजय सिंह को टंच माल, कमलनाथ को आइटम नजर आती हैं और इनका अनुसरण करते हुए जीतू पटवारी उनमें रस और चाशनी ढूंढ रहे हैं। कांग्रेस का मूलचरित्र ही महिला विरोधी है। जीतू पटवारी की इस घृणित और निंदनीय मानसिकता पर लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वाली प्रियंका गांधी क्या राय रखती हैं?"

वहीं जीतू पटवारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री और गुना से भाजपा उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा इतना घटिया बयान दिया गया है। यह महिलाओं के प्रति कांग्रेस प्रदेश के अध्यक्ष और कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दिखाता है। इसका जवाब कांग्रेस को सारे प्रदेश की महिलाएं आने वाले दिनों में देंगी।"