मध्यप्रदेश में जन्माष्टमी पर्व की धूम, श्रीकृष्ण के रंग में रंगा प्रदेश, भोपाल सहित 14 स्थानों पर भव्य कार्यक्रम
भोपाल
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व कल है, लेकिन इस बार मध्य प्रदेश में इसकी शुरुआत पर्व से दो दिन पहले ही हो गई है. प्रदेश सरकार के जरिये अलग-अलग जिलों में 14 स्थानों पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम आयोजित कराए जा रहे हैं. यह आयोजन 26 अगस्त तक चलेंगे. श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव से इन दिनों मध्य प्रदेश 'मोहन' के रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है. मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग के जरिये श्री कृष्णा जन्माष्टमी के पवित्र अवसर पर भोपाल सहित 14 स्थानों पर श्री कृष्णा पर्व का आयोजन किया जा रहा है.
संचालक संस्कृति विभाग के एनपी नामदेव ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशानुसार श्रीकृष्ण पर्व इतने भव्य और दिव्य रूपरूप में मनाया जा रहा है, जिससे हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रसंगों, कथानकों, आख्यानों से सभी वर्गों को अवगत कराया जा सके. इस कार्यक्रम में देश के मशहूर कलाकारों के जरिये जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण से सम्बन्धित लीलाओं और प्रसंगों को सांस्कृतिक स्वरूप में प्रस्तुत किया जा रहा है.
भोपाल में तीन दिवसीय आयोजन
भोपाल स्थित जनजातीय संग्रहालय में शुक्रवार से 23 अगस्त से 25 अगस्त को शाम 7 बजे से श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें पहले दिन 23 अगस्त को श्रीकृष्ण गायन, श्री ऋषि विश्वकर्मा और साथी, सागर द्वारा एवं सुश्री वंदना श्री एवं साथी, मथुरा द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी गई.
आज शनिवार (24 अगस्त) को वंदनाश्री एवं साथी, मथुरा द्वारा रासलीला एवं लोकप्रिय माधवास रॉक बैण्ड द्वारा भजन गायन की प्रस्तुति दी जाएगी. अंतिम दिन 25 अगस्त को श्रीकृष्ण गायन शुभम यादव एवं साथी, भोपाल एवं रासलीला की प्रस्तुति सुश्री वंदनाश्री एवं साथी, मथुरा द्वारा दी जाएगी.
कब-कहां होंगे कार्यक्रम?
– अमझेरा धार में 25 और 26 अगस्त को श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा. यहां पहले दिन 25 अगस्त को लक्ष्मी दुबे और साथी, जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और आनंदीलाल भावेल और साथी, धार द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दोपहर 12 बजे दी जाएगी.
26 अगस्त को शाम 7 बजे से आनंदीलाल भावेल, धार द्वारा भक्ति संगीत और जया सक्सेना और साथी, वृन्दावन द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी.
– परशुराम जन्म स्थली जानापाव महू में 26 अगस्त को एक दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जिसमें नितिन अग्रवाल और साथी, दमोह द्वारा भक्ति संगीत और मुरालीलाल तिवारी और साथी, वृन्दावन द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम का आयोजन शाम 4 बजे से किया जाएगा
– लालीपुर मंडला में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो 24 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा, इसमें 24 अगस्त को संजो बघेल और साथी, जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत, शैली धोपे और साथी, जबलपुर द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी.
25 अगस्त को अखिलेश तिवारी और साथी, भोपाल द्वारा भक्ति संगीत और सुश्री पूर्णिमा चतुर्वेदी और साथी, भोपाल द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी.
तीसरे और अंतिम दिन 26 अगस्त को चरणजीत सिंह सौंधी और साथी, मुम्बई द्वारा भक्ति संगीत और स्वर म्यूजिक फाउंडेशन, ग्वालियर द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारंभ होगा.
– पाली उमरिया में तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो 24 से 26 तक होगा, इसमें पहले दिन 24 अगस्त को आकृति मेहरा और साथी, भोपाल द्वारा भक्ति संगीत और श्री मुनीन्द्र मिश्रा और साथी, शहडोल द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित लोक गायन होगा.
दूसरे दिन लामूलाल धुर्वे और साथी, अनूपपुर द्वारा गोण्ड जनजातीय गुदुमबाजा नृत्य और स्वर म्यूजिक फाउंडेशन ग्वालियर द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी.
तीसरे दिन 26 अगस्त को ईशान मिनोचा और साथी जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और वैशाली गुप्ता और साथी भोपाल द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम सायं 7 बजे प्रारम्भ होगा.
– मानस भवन सभागार शहडोल में भी तीन दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जाएगा, जो 24 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा. यहां पहले दिन मनीष अग्रवाल और साथी जबलपुर द्वारा भक्ति संगीत और स्वर म्यूजिक फाउंडेशन ग्वालियर द्वारा रासलीला की प्रस्तुति दी जाएगी.
दूसरे दिन 25 अगस्त को कल्याणी मिश्रा और साथी उज्जैन द्वारा श्रीकृष्ण केन्द्रित लोक गायन और मुस्कान चौरसिया और साथी बालाघाट द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी.
तीसरे दिन 26 अगस्त को रूद्रकांत ठाकुर और साथी सिवनी द्वारा भक्ति संगीत और धनीराम बगदरिया और साथी डिंडौरी द्वारा बैगा जनजातीय करमा नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी. कार्यक्रम शाम 7 बजे प्रारम्भ होगा.
– प्राचीन जुगल किशोर मंदिर पन्ना में दो दिवसीय श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जा रहा है, जो 25 से 26 अगस्त तक आयोजित होगा. यहां पहले दिन रवि त्रिपाठी और साथी, भोपाल द्वारा भक्ति संगीत, गायत्री द्विवेदी और साथी पन्ना द्वारा लोक गायन और गणेश रजक और साथी खजुराहो द्वारा देवारी बुन्देली नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी.